आइये दोस्तों बात करते हैं तमिलनाडु में घूमने की जगह के बारे में। जहां आप तमिलनाडु के खूबसूरत समुद्री तटों, स्टेशनों, पवित्र मंदिरों और शहरों के बारे में जानेंगे। साथ ही प्राचीन काल में इन जगहों के इतिहास के बारे में भी जान सकेंगे। अगर आप तमिलनाडु के किसी पर्यटन स्थल पर जाने का मन बना रहे हैं तो यह पोस्ट आपके लिए ही है।
तमिलनाडु के बारे में
मंदिर और तीर्थ स्थलों का राज्य कहा जाने वाला तमिलनाडु राज्य भारत के 28 राज्यों में से एक है। तमिलनाडु भारत के दक्षिण में स्थित एक खूबसूरत राज्य है, जो पर्यटन के दृष्टिकोण से भी लोकप्रिय है। तमिलनाडु में स्थित नीलगिरी पहाड़ियों और समुद्री तटो की खूबसूरती प्रकृति प्रेमियों का मन मोह लेती है। मंदिरों की बात करें तो यहाँ के ऊंचे-ऊंचे मंदिरों की नक्काशी और वास्तुकला देखते ही बनती है। इन मंदिरों को देखने के लिए साल में लाखों लोग तमिलनाडु की यात्रा करते हैं। यहाँ के खूबसूरत मंदिरों में मदुरै में स्थित मीनाक्षी मंदिर सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
तमिलनाडु में घूमने की जगह
- चेन्नई
- ऊटी
- रामेश्वरम
- महाबलीपुरम
- कन्याकुमारी
- मदुरै
- कोडाइकनाल
- काँचीपुरम
- कोयंबटूर
- तिरुनेलवेली
- वेल्लोर
- त्रिची
- तिरुनेलवेली
- वलपराई
- धनुषकोडी
1. चेन्नई
पूर्व में मद्रास के नाम से प्रसिद्ध चेन्नई भारत का चौथा सबसे बड़ा शहर है जो सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक जीवन शैली के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा चेन्नई में एक विशाल समुद्र तट मंदिर, चर्च और संग्रहालय हैं। चेन्नई की इन्हीं खूबसूरत जगहों को देखने के लिए साल में लाखों लोग चेन्नई जाते हैं। अगर आप भी चेन्नई शहर के इन खूबसूरत स्थानों को देखना चाहते हैं तो आपको तीन-चार दिन का समय लग सकता है। अक्टूबर से फरवरी का समय चेन्नई घूमने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
चेन्नई कैसे पहुँचे
चेन्नई पहुंचने के लिए आप वायुमार्ग, सड़कमार्ग और रेलमार्ग में से किसी भी माध्यम का उपयोग कर सकते हैं और शहर में घूमने के लिए बस और टैक्सी की सुविधा आसानी से उपलब्ध है।
2. ऊटी
दक्षिण भारत में ‘पहाड़ों की रानी’ के नाम से प्रसिद्ध ऊटी तमिलनाडु का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। ऊटी प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से काम नहीं है। नीलगिरी पहाड़ी पर स्थित इस खूबसूरत हिल स्टेशन पर पर्यटक चाय के बागानों, झरने, घुमावदार गलियों और एक विशाल रोज गार्डन की खूबसूरती का नजारा देख सकते हैं। ऊटी में स्थित रोज गार्डन में 20000 से अधिक गुलाब की किस्मों का संग्रह किया गया है। ऊटी में टॉय ट्रेन और माउंटेन रेलवे ट्रैक का आनंद भी लिया जा सकता है। ऊटी में नीलगिरी माउंटेन ट्रैक है जो एशिया का सबसे बड़ा माउंटेन ट्रैक है तथा ऊटी का प्रमुख पर्यटक आकर्षण भी है। पहाड़ियों और हरियाली की सुसज्जित पृष्ठभूमि पहले इस खूबसूरत पर्यटन स्थल पर आप परिवार और दोस्तों के साथ साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं।
ऊटी कैसे पहुँचे
अगर ऊटी पहुंचने के लिए यातायात के साधनों की बात करें तो आपको ऊटी पहुंचने के लिए हवाई जहाज या ट्रेन में से किसी एक का चुनाव करना पड़ेगा। कोयंबटूर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा ऊटी का निकटतम हवाई अड्डा है जो ऊटी से 94 किलोमीटर की दूरी पर है यहाँ से टैक्सी या बस के माध्यम से आप ऊटी आसानी से पहुंच सकते हैं। मेट्टुपलायम रेलवे स्टेशन की दूरी ऊटी से मात्र 50 किलोमीटर है। जहां से आप ऊटी के लिए बस और टैक्सी आसानी से उपलब्ध है। ऊटी में स्थानीय परिवहन भी सुगमतापूर्वक सेवाएं प्रदान करता है। जिसके माध्यम से आप ऊटी के खूबसूरत पर्यटन स्थलों तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
3. रामेश्वरम
रामेश्वरम भारत की मुख्य भूमि से अलग बसे पम्बन नामक द्वीप पर स्थित है जो हिंदुओं के चार पवित्र धामों में से एक है। साल में लाखों श्रद्धालु रामेश्वरम जाते हैं। यहाँ भगवान शिव का एक विशाल मंदिर भी है जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार रामेश्वरम के समुद्र का जल बहुत ही पवित्र है। इसीलिए तीर्थ यात्री यहाँ अपने पूर्वजों के सम्मान में पूजा करते हैं। रामेश्वरम में एक पंचमुखी हनुमान मंदिर भी है जहां एक तैरता हुआ पत्थर भी है। यह पत्थर मंदिर का प्रमुख आकर्षक माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस पत्थर का उपयोग रामायण काल में हनुमान जी ने रामसेतु बनाने के लिए किया था। यहाँ से श्रीलंका के मन्नार द्वीप की दूरी मात्र 40 किलोमीटर है।
रामेश्वरम कैसे पहुँचे
रामेश्वरम पहुंचने के लिए आपको बस, ट्रेन और हवाई जहाज का इस्तेमाल करना होगा। रामेश्वरम में रेलवे स्टेशन भी है जो तमिलनाडु के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
रामेश्वरम मदुरै हवाईअड्डा 148 किलोमीटर और तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डा 170 किलोमीटर दूर है। जहां से आप बस या ट्रेन के माध्यम से रामेश्वरम आसानी से पहुंच सकते हैं।
4. महाबलीपुरम
तमिलनाडु के चंगलपट्टू जिले में स्थित महाबलीपुरम अपने नक्काशीदार पुराने मंदिरों और गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है। बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित यह छोटा सा शहर पल्लवों के शासनकाल में एक प्रमुख बंदरगाह हुआ करता था। लेकिन वर्तमान में अब यह एक सुंदर समुद्र तट एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन चुका है। शेर मंदिर, पांच रथ मंदिर और मगरमच्छ बैंक यहाँ के प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं।
अक्टूबर से मार्च तक का समय महाबलीपुरम घूमने के लिए उचित है।
महाबलीपुरम कैसे पहुँचे
महाबलीपुरम चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से मात्र 61 किलोमीटर और चंगलपट्टू जंक्शन रेलवे स्टेशन से मात्र 23 किलोमीटर दूर स्थित है। जहां से पर्यटक बस या टैक्सी से आसानी से महाबलीपुरम पहुंच सकते हैं।
5. कन्याकुमारी
तमिलनाडु में स्थित कन्याकुमारी भारत का दक्षिणतम शहर है जो हिंदुओं का एक धार्मिक तीर्थ स्थल है। इस शहर का इतिहास 3000 साल पुराना माना जाता है। कन्याकुमारी तमिलनाडु में घूमने की जगह में एक खूबसूरत जगह है। जहां ऊंचे-ऊंचे मंदिर और विशाल समुद्र तट स्थित है। इसके अलावा यहाँ कन्याकुमारी मंदिर, कवि तिरुवर्ल की प्रतिमा, विवेकानंद रॉक, गांधी स्मारक और बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर तथा अरब सागर का संगम को भी देखा जा सकता है। बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर का संगम स्थल कन्याकुमारी का प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। जिसे देखने के लिए साल में लाखों लोग कन्याकुमारी घूमने जाते हैं।
अक्टूबर से फरवरी का समय कन्याकुमारी घूमने के लिए उचित माना जाता है क्योंकि इस समय के दौरान यहाँ का मौसम सुहावना होता है।
कन्याकुमारी कैसे पहुँचे
कन्याकुमारी आप बस, ट्रेन और हवाई जहाज के माध्यम से आसानी से पहुंच सकते हैं। तिरुवनंतपुरम में स्थित तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की दूरी कन्याकुमारी से मात्र 67 किलोमीटर है जहां से आप बस या टैक्सी से के माध्यम से आसानी से कन्याकुमारी पहुंच सकते हैं। कन्याकुमारी में स्थित कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है। यहाँ से आप टैक्सी या कैब भाड़े पर लेकर आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
6. मदुरै
मदुरै को तमिलनाडु में मंदिरों के शहर के नाम से जाना जाता है। यहाँ स्थित मंदिरों की अद्भुत वास्तुकला को देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित हो जाते हैं। मदुरै में ही विश्व प्रसिद्ध मीनाक्षी मंदिर है जो मदुरै को दुनिया में एक नई पहचान दिलाता है। मीनाक्षी मंदिर के अलावा गाँधी मेमोरियल संग्रहालय, थिरुमलाई नयक्कर महल और कुडल अजगर मंदिर भी मदुरै के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। अक्टूबर से मार्च का समय मदुरै घूमने के लिए उचित समय है। तथा यहाँ घूमने के लिए आपको दो दिन का समय लगेगा।
मदुरै कैसे पहुँचे
मदुरै वायुमार्ग, रेलमार्ग, और सड़क मार्ग द्वारा देश के सभी हिस्सों से भली भाँति जुड़ा हुआ है। मदुरै में मदुरै अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और मदुरै जंक्शन रेलवे स्टेशन स्थित है। यहाँ से बस या टैक्सी के माध्यम से आप अपने होटल तक पहुंच सकते हैं।
7. कोडाईकनाल
हिल स्टेशनों की राजकुमारी के नाम से प्रसिद्ध कोडाईकनाल भारत के प्रसिद्ध हनीमून डेस्टिनेशन में से एक है। कोडाईकनाल का हिंदी में अर्थ होता है वनों का उपहार। कोडाईकनाल सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए पूरे देश में विख्यात है। जिस कारण साल में लाखों लोग कोडाईकनाल घूमने जाते हैं। यहाँ घने जंगल, विशाल चट्टानें, और खूबसूरत झरनों से सुसज्जित कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं। यहाँ पर पर्यटक जून से सितंबर के महीने को छोड़कर साल के किसी महीने में जाना पसंद करते हैं। यहाँ घूमने के लिए दो दिन का समय पर्याप्त है।
कोडाइकनाल कैसे पहुँचे
कोडाईकनाल पहुंचने के लिए पर्यटक हवाई जहाज या रेलगाड़ी में से किसी का भी चुनाव कर सकते हैं। कोडाई रोड रेलवे स्टेशन यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन है। जबकि मदुरै अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कोडाईकनाल से मात्र 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां से पर्यटक बस या टैक्सी के माध्यम से आसानी से कोडाइकनाल पहुंच सकते हैं।
8. कांचीपुरम
हजार मंदिरों के स्वर्ण नगर के नाम से प्रसिद्ध कांचीपुरम एक दार्शनिक एवं धार्मिक नगरी है। यहाँ मंदिरों की खूबसूरत वास्तुकला को देखना हर किसी का सपना होता है। तमिलनाडु जाने वाले पर्यटकों की चेक लिस्ट में कांचीपुरम का नाम अवश्य होता है। कांचीपुरम में माता पार्वती को समर्पित कामाक्षी मंदिर है। जो कांचीपुरम का प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। इसके अलावा कांचीपुरम में एकंबेश्वर मंदिर, कैलाशनाथर मंदिर, तिरु परमेश्वर मंदिर और थिरु एकअंबरनाथ मंदिर भी पर्यटकों पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है।
कांचीपुरम कैसे पहुँचे
चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कांचीपुरम से मात्र 74 किलोमीटर की दूरी पर है। जहां से बस या टैक्सी के माध्यम से आप कांचीपुरम जा सकते हैं। कांचीपुरम शहर के पास अपना एक रेलवे स्टेशन भी है जो देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
9. कोयंबटूर
नीलगिरी पहाड़ियों की तलहटी में बसा कोयंबटूर शहर दक्षिणी भारत का मैनचेस्टर कहालाता है साथ ही यह तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है। कोयंबटूर तमिलनाडु का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहाँ पर पर्यटक ट्रैकिंग और कैंपिंग का आनंद ले सकते हैं। कोयंबटूर में कई खूबसूरत ट्रैक बने हुए हैं। जिनमें धोनी हिल्स, बेलारी माला, पेरुमल पीक और फाल्स ट्रैक बहुत ही लोकप्रिय है। इन लुभावने ट्रैक्स के अलावा कोयंबटूर में भव्य झरने और पवित्र मंदिर भी हैं। यहाँ के मंदिरों हिंदू और जैन धर्म से संबंधित हैं। इन मंदिरों में इन मंदिरों में अरुल्मिगु ईचनारी विनयगर मंदिर, श्री अय्यपन मंदिर, तिरुमूर्ति मलाई मंदिर प्रमुख हैं। इसके अलावा यहाँ भगवान शिव की 112 मीटर ऊंची मूर्ति भी पर्यटकों को आकर्षित करती है।
कोयम्बटूर कैसे पहुँचे
कोयंबटूर में कोयंबटूर जंक्शन रेलवे स्टेशन शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है साथ ही कोयंबटूर में कोयंबटूर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी स्थित है। जिसके माध्यम से आप कोयंबटूर आसानी से पहुंच सकते हैं।
10. तिरुनेलवेली
थामीवरानी नदी के पश्चिमी तट पर स्थित तिरुनेलवेली तमिलनाडु में घूमने की जगह में से एक प्रमुख जगह है। इस छोटे से शहर के निकट कई धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं। जिनमें झरने, जिला विज्ञान केंद्र, नेल्लई अय्यपन मंदिर, श्री सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर और होली त्रिनिटी कैथ्रेडल प्रमुख हैं।
11. वेल्लोर
पलार वेल्लोर नदी के तट पर स्थित वेल्लोर शहर तमिलनाडु में घूमने की एक प्रमुख जगह है। यहाँ बहुत से ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। जिन्हें देखने के बहुत लिए बहुत से लोग वेल्लोर की यात्रा करते हैं। वेल्लोर में स्थित मार्वलयस किला वेल्लोर का प्रमुख पर्यटन स्थल है। इसके अलावा वेल्लोर में स्वर्ण मंदिर, जूलॉजी पार्क और वेल्लोर किला भी प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
औद्योगिक दृष्टि से समृद्ध यह शहर चमड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
वेल्लोर कैसे पहुँचे
चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की वेल्लोर से दूरी मात्र 167 किलोमीटर है जहां से बस, ट्रेन या टैक्सी के माध्यम सेआप वेल्लोर पहुंच सकते हैं। वेल्लोर टाउन रेलवे स्टेशन शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जिसके माध्यम से आप वेल्लोर आसानी से पहुंच सकते हैं।
12. त्रिची
त्रिची तमिलनाडु का विकासशील एवं खूबसूरत शहर है जहां पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत से धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। जिनमें श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर, उच्ची पिल्लयार मंदिर, थायुमान स्वामी मंदिर, जम्मूकेश्वर मंदिर और कलनई मंदिर प्रमुख है। त्रिची घूमने के लिए आपको तीन से चार दिन का समय लग सकता है।
त्रिची कैसे पहुँचे
त्रिची में तिरुचिरापल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और तिरुचिरापल्ली टाउन रेलवे स्टेशन त्रिची को भारत के सभी हिस्सों से जोड़ते हैं। जिनके माध्यम से आप त्रिची आसानी से पहुंच सकते हैं।
13. यारकोड
यारकोड तमिलनाडु का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है जो गरीब का ऊटी के नाम से प्रसिद्ध है। यारकोड में बहुत से टूरिस्ट स्पॉट हैं। इनमें झरने, झीलें, मंदिर, चर्च, ट्रैकिंग ट्रेक्स और व्यू प्वाइंट शामिल हैं।
कोयंबटूर से 190 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यारकोड तमिलनाडु के सलेम जिले में पड़ता है। यारकोड की खूबसूरती देखने के लिए साल में लाखों लोग यारकोड की यात्रा करते हैं। अक्टूबर से जून का समय यारकोड घूमने के लिए उचित माना जाता है।
14. बलपराई
अन्नामलाई पर्वत श्रृंखला पर स्थित बलपराई एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। इस शहर के आसपास वन, जंगल और चाय के बागान है जो की बलपराई का प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। इसके अलावा बलपराई में बहुत से पर्यटक स्थल है। इनमें इंदिरा गांधी वन्य जीव अभ्यारण, अन्नामलाई हिल्स, मंकी फॉल्स, सोलैपार बाँध, नीरा बाँध,नरार बाँध, नल्लामुड़ी व्यू प्वाइंट और चिन्नाकल्लार फॉल्स प्रमुख है। चिन्नाकल्लार फॉल्स तमिलनाडु में घूमने की जगह में एक प्रमुख जगह है। सितंबर से मार्च का समय बलपराई घूमने के लिए उचित माना जाता है। आप दो-तीन दिन में बलपराई के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों को देख सकते हैं।
बलपराई कैसे पहुँचे
Read More: 9+ उड़ीसा में घूमने की शानदार जगह | Odisha Me Ghumne Ki Jagah
12+ अमृतसर में घूमने की शानदार जगह | Amritsar Me Ghumne Ki Jagah
यहाँ से पोलाची जंक्शन रेलवे स्टेशन की दूरी मात्र 65 किलोमीटर है जबकि कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मात्र 64 किलोमीटर की दूरी पर है। जहां से आप बस या टैक्सी से बलपराई आसानी से पहुंच सकते हैं।
15. धनुषकोडी
धनुषकोडी तमिलनाडु में घूमने की खूबसूरत जगहों में से एक है जिसकी श्रीलंका से दूरी मात्र 25 किलोमीटर है। पुराणों के अनुसार इसी स्थान पर भगवान राम ने राम सेतु का निर्माण किया था। धनुषकोडी एक शांतिमय वातावरण वाली जगह है। समुद्र के अंदर एक द्वीप पर बसे इस खूबसूरत शहर में साल में लाखों लोग घूमने जाते हैं। अक्टूबर से मार्च का समय धनुषकोडी घूमने के लिए उचित माना जाता है।
धनुषकोडी कैसे पहुँचे
रामेश्वरम रेलवे स्टेशन की दूरी धनुषकोडी से मात्र 18 किलोमीटर है जबकि धनुषकोडी का निकटतम हवाई अड्डा मदुरै अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो मात्र 175 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ से बस, ट्रेन या टैक्सी के माध्यम से धनुषकोडी पहुंचा जा सकता है।
FAQs
तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत राज्य है जो राजनीतिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण है। तमिलनाडु इस राज्य की राजधानी चेन्नई है।
चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोयंबटूर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मदुरै अंतरराष्ट्रीय अड्डा, तिरुचिरापल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तमिलनाडु के प्रमुख हवाई अड्डे हैं।
भारत की मुख्य भूमि से अलग स्थित पंबन नामक द्वीप पर बसा रामेश्वरम हिंदुओं के चार पवित्र धामों में से एक है। यहाँ भगवान शिव का एक विशाल मंदिर भी है जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
मदुरै का मीनाक्षी मंदिर, कांचीपुरम का कामाक्षी अम्मन मंदिर, महाबलीपुरम का पांच रथ मंदिर, रामेश्वरम का शिव मंदिर और पंचमुखी हनुमान मंदिर तमिलनाडु के प्रमुख मंदिर हैं।
भारत का दक्षिणतम शहर कन्याकुमारी अपने खूबसूरत मंदिर सभ्यता और संस्कृति के अलावा विशाल समुद्री तट के कारण प्रसिद्ध है। कन्याकुमारी में ही तीन समुद्र बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का संगम होता है। इस संगम स्थल को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक कन्याकुमारी आते हैं।
कोयंबटूर को दक्षिण भारत के मैनचेस्टर के नाम से भी जाना जाता है। कोयंबटूर चेन्नई के बाद तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है।
तमिलनाडु का खूबसूरत शहर मदुरै अपनी कला, संस्कृति और खूबसूरत मीनाक्षी अम्मन मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में तमिलनाडु में घूमने की जगह के बारे में विस्तार से बताया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि आप तमिलनाडु के इन पर्यटन स्थलों में कितने दिनों में घूम सकते हैं और यहाँ कैसे पहुंच सकते हैं। यह जानकारी इंटरनेट पर पहले से उपलब्ध जानकारी को एकत्रित करके एक जगह पर पब्लिश करने का एक प्रयास है। आशा करता हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपकी तमिलनाडु यात्रा के दौरान काम आएगी। यदि आपको मेरे द्वारा दी हुई जानकारी में कोई त्रुटि लगे या कोई सुझाव हो तो मुझे कमेंट करके अवश्य बताइएगा।