दोस्तों आज के इस लेख में बात करते हैं, दिल्ली में घूमने की जगह के बारे में। दिल्ली भारत की राजधानी एवं दूसरा सबसे बड़ा आबादी वाला शहर है। दिल्ली एक प्राचीन नगर है, जिस पर बहुत से राजवंशों का शासन रहा है और अलग-अलग राजवंशों के शासको द्वारा अलग-अलग इमारतें बनवायी गईं। जो अब दिल्ली में पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं।
दिल्ली के बारे में
दिल्ली 1912 में भारत की राजधानी के रूप में स्थापित हुई। वर्तमान में दिल्ली शहर अपनी कला, संस्कृति और आधुनिकता के लिए प्रसिद्ध है। दिल्ली का इतिहास अपने अंदर बहुत सी विरासतों को संजोए हुए है। दिल्ली पर बहुत से क्रूर एवं योग्य शासको का अधिकार रहा। इन शासको के समय दिल्ली में कई इमारतें, मंदिर, मस्जिद और मकबरे बनवाए गए तथा दिल्ली में कई घटना कम भी घटे। दिल्ली में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं, जो पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। आइये बात करते हैं दिल्ली के इन्हीं पर्यटन स्थलों के बारे में।
दिल्ली में घूमने की जगह
- इंडिया गेट
- लाल किला
- हुमायूं का मकबरा
- कमल मंदिर या लोटस टेंपल
- जामा मस्जिद
- राष्ट्रीय रेल संग्रहालय
- श्री बंगला साहिब गुरुद्वारा
- राजघाट
- लोधी गार्डन
- जंतर मंतर
- कुतुब मीनार
- अक्षरधाम मंदिर
- श्री लक्ष्मीनारायण बिरला मंदिर
- शहीद स्मारक
इंडिया गेट
दिल्ली में कर्तव्य पथ पर स्थित इंडिया गेट भारत का राष्ट्रीय स्मारक है। जिसे अखिल भारतीय युद्ध स्मारक भी कहा जाता है। लुटियंस इरविन द्वारा डिजाइन किया गया यह स्मारक 1931 में बनकर तैयार हुआ था। जो 90000 शहीदों की याद दिलाता है। जिन्होंनें प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। इंडिया गेट को लाइटों द्वारा बहुत अच्छी तरह से सजाया गया है। शाम के समय जब ये लाइटें जलती हैं तो नजारा देखने लायक होता है। इंडिया गेट के निकट अमर जवान ज्योति भी बनी हुई है जो 1971 से लगातार जल रही है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा यहीं पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।
जिसमें भारत के प्रधानमंत्री और सरकार द्वारा आमंत्रित किए गए विदेशी मेहमानों के समक्ष कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इंडिया गेट दिल्ली में घूमने की जगह में एक खास जगह है।
लाल किला
दिल्ली का नाम सुनते ही दिमाग में आता है लाल किला। जो कि भारत की आन-बान-शान और आजादी का प्रतीक है। मुगल वास्तुशैली में बना यह किला कई महलों और संग्रहालयों का समूह है। जिसका निर्माण 1648 में मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा कराया गया था।
प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर ही स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। लाल बलुआ पत्थर से बने होने के कारण इसका नाम लाल किला है। लाल किले को 2006 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित कर दिया गया है। लाल किला दिल्ली में घूमने की जगह में सबसे लोकप्रिय जगह है।
यहां के प्रवेश शुल्क की बात करें तो भारतीय नागरिकों के लिए ₹50 और विदेशी नागरिकों के लिए ₹1000 तक है। और सोमवार के दिन लाल किला पर्यटकों के लिए बंद रहता है।
हुमायूं का मकबरा
हुमायूं का मकबरा मुगल वास्तुकला में बनी एक खूबसूरत ईमारत है जिसका निर्माण लाल बलुआ पत्थर से करवाया गया है। इस मकबरे में मुगल से सम्बंधित 100 से अधिक लोगों की कब्रें बनी हुई हैं। इसीलिए इसे मुगलों का शयनगार भी कहा जाता है। इन कब्रों में हुमायूं की वेगम हमीदा बनो और शाहजहाँ के पुत्र दाराशिकोह प्रमुख नाम है। 1993 में इस मकबरे को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित कर दिया गया है।
हुमायूं का मकबरा प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। जिसमें प्रवेश शुल्क मात्र 40 रुपये है। दिल्ली में घूमने की जगह में हुमायूँ का मकबरा एक लोकप्रिय स्मारक है।
कमल मंदिर या लोटस टेंपल
लोटस टेंपल को हिंदी में कमल मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर का आकार कमल के फूल के समान होने के कारण इसका नाम कमल मंदिर है। यह भारत का अनोखा मंदिर है क्योंकि इस मंदिर में किसी भी भगवान या देवी देवता की मूर्ति नहीं है और ना ही किसी की पूजा अर्चना की जाती है।
कमल मंदिर का निर्माण बहाई धर्म के लोगों द्वारा कराया गया था। जिनके अनुसार सभी धर्म और धर्म ग्रंथ समान होते हैं। इसीलिए यहाँ पर सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथों को पढ़ा जाता है। इस मंदिर परिसर में हरियाली और मंदिर की खूबसूरती मन को मोह लेने वाली है। इसीलिए यहां दिन में हजारों लोग घूमने जाते हैं। मंदिर दिल्ली का प्रमुख पर्यटन स्थल है जो नेहरू प्लेस के नजदीक स्थित है.यहां कोई प्रवेश शुल्क नहीं पड़ता है।
जामा मस्जिद
दिल्ली की जामा मस्जिद का नाम मस्जिद-ए-जहां-नुमा है। जिसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा 1656 में कराया गया था। लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनी यह मस्जिद दिल्ली में इस्लाम धर्म का केंद्र है।
दिल्ली के लाल किले के नजदीक स्थित यह मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद मानी जाती है। यहां 25000 श्रद्धालु एक साथ नमाज़ अदा कर सकते हैं। ईद जैसे त्योहारों पर यहां इस्लाम धर्म के अनुयायियों की लंबी-लंबी कतारें लगतीं हैं।
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय
दिल्ली का राष्ट्रीय रेल संग्रहालय एक रोमांचक पर्यटन स्थल है। जहां आप परिवार और बच्चों के साथ घूमने जा सकते हैं। यहां आपको कई प्रकार की रेलगाड़ियां देखने को मिलेंगी जैसे टॉय ट्रेन, डीजल, कोयला और स्टीम से चलने वाली ट्रेन। जिन्हें देखकर बच्चे रोमांचित हो जाएंगे और उनका यह सफर शिक्षाप्रद भी बनेगा।
इन रेलगाड़िया के साथ आप फोटो भी खींच सकते हैं। साथ ही यहां पर बने रेस्टोरेंट में खाना भी खा सकते हैं। इस खूबसूरत एवं रोमांचक पर्यटन स्थल का निर्माण 1977 में कराया गया था। जो रेलगाड़िया के पैटर्न और संरचनाओं के लिए लोकप्रिय है। यह संग्रहालय सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है और साथ ही सोमवार के दिन बंद रहता है।
श्री बंगला साहिब गुरुद्वारा
बांग्ला साहिब गुरुद्वारा भारत के प्रसिद्ध गुरुवार में से एक है जो दिल्ली के राजीव चौक के निकट स्थित है। इस गुरुद्वारे में सिखों के आठवें गुरु गुरु हरकृष्ण की मूर्ति स्थापित है। जो की गुरूद्वारे का प्रमुख आकर्षण है। इस गुरुद्वारे में 1664 में गुरु हकृष्ण ने गुरुद्वारा परिसर में स्थित कुँए के जल से हैजा और चेचक पीड़ितों की मदद की थी। इसीलिए सिखों द्वारा इस कुँए का जल पवित्र माना जाता है और वे इसे अपने साथ घर भी ले जाते हैं। बंगला साहिब गुरुद्वारा दिल्ली में घूमने की शांतिमय जगह है। इस गुरुद्वारे के परिसर में एक उच्च माध्यमिक विद्यालय, बाबा बघेल सिंह संग्रहालय, एक पुस्तकालय और एक अस्पताल भी है।
राजघाट
यमुना नदी के किनारे स्थित राजघाट दिल्ली का प्रसिद्ध स्थान है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का समाधि स्थल है। यहां महात्मा गांधी जी की समाधी काले संगमरमर पत्थर से बानी हुई है जो यहां का एकमात्र पर्यटक आकर्षण है। दिल्ली के शाहजहानाबाद में स्थित यह स्थल महात्मा गांधी के प्रति सम्मान की एक झलक दिखाता है। आप कभी भी दिल्ली घूमने जाएं तो राजघाट अवश्य जाएं। राजघाट पर्यटकों के लिए सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। जबकि सोमवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है। यहाँ प्रवेश निशुल्क है।
लोधी गार्डन
हुमायूं के मकबरे के समीप स्थित लोधी गार्डन प्राचीन समय में एक गांव हुआ करता था। जहां लोदी वंश के अनेक मकबरे बने हुए थे। ब्रिटिश शासन के दौरान इसे लेडी वेलिंगटन पार्क के नाम से जानते थे। वर्तमान में लोधी गार्डन दिल्ली का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। जहां प्रवेश करना बिल्कुल निशुल्क है।
जंतर मंतर
दिल्ली के कनॉट प्लेस के पास स्थित जंतर मंतर एक ऐतिहासिक स्थल है।जिसका उपयोग भूगोलिक वेधशाला के रूप में ग्रहों की स्थिति और समय की जानकारी के लिए किया जाता था। इस काम के लिए जंतर मंतर में बहुत से यंत्र भी लगाए गए थे। इस खूबसूरत वेधशाला को जयपुर के सवाई राजा जयसिंह द्वितीय द्वारा 1724 मेंबनवाया गया था। जंतर मंतर दिल्ली में घूमने लायक जगह है।
कुतुब मीनार
कुतुब मीनार को भारत के आठ अजूबों में से एक माना जाता है। जिसका निर्माण गुलाम वंश के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा शुरू कराया गया था। लेकिन उसका कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नामकरण पर किया गया। दिल्ली के महरौली में स्थित 72.5 मीटर है और यह ईरानी वास्तुकला में बनी एक खूबसूरत इमारत है। जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है। इस मीनार में कुरान की आयतें और फूलों की कलाकृतियां उकेरी गई हैं। कुतुब मीनार परिसर में हरियाली की वजह से यह लोगों के बीच एक पिकनिक स्पॉट के रूप में भी लोकप्रिय है।
अक्षरधाम मंदिर
दिल्ली में स्वामीनारायण समुदाय द्वारा बनवाया गया यह मंदिर स्वामीनारायण को समर्पित है। इस मंदिर के नाम विश्व में सबसे बड़ा मंदिर परिसर होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है। मंदिर की दीवारों पर 20000 से भी ज्यादा हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियाँ उकेरी गई हैं। इस मंदिर का निर्माण गुलाबी संगमरमर पत्थर और बलुआ पत्थर के मिश्रण से कराया गया है। इसके ढांचे में लोहा, सरिया, स्टील या अन्य किसी भी धातु का प्रयोग नहीं किया गया है। अक्षरधाम मंदिर दिल्ली में घूमने की जगह में एक प्रसिद्ध जगह है।
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लक्ष्मीनारायण बिड़ला मंदिर
लक्ष्मीनारायण बिड़ला मंदिर दिल्ली में हिंदुओं का एक प्रसिद्ध एवं प्रतिष्ठित तीर्थ स्थल है। जो भगवान विष्णु को समर्पित है नागर शैली में बने इस मंदिर से में भगवान बुद्ध, शिव और कृष्ण के अलावा कई देवी देवताओं के भी मंदिर हैं। इस खूबसूरत मंदिर का निर्माण जुगल किशोर बिड़ला द्वारा 1939 में करवाया गया था। इस मंदिर में प्रवेश में निःशुल्क है।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक
दिल्ली में इंडिया गेट के समीप स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का निर्माण शहीदों की याद में कराया गया है। जिन्होंने 1965 भारत-पाकिस्तान युद्ध और 1999 कारगिल युद्ध में अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया था। इस युद्ध स्मारक की ऊंचाई 15 मीटर है जिसकी किनारियों पर शहीदों के नाम उकेरे गए हैं। युद्ध स्मारक के परिसर में अमर जवान ज्योति स्थापित की गई है जो 1972 से निरंतर प्रज्ज्वलित हो रही है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक दिल्ली में घूमने की एक गौरवमयी जगह है।
दिल्ली कैसे पहुंचे
दिल्ली भारत की राजधानी है जो देश के सभी हिस्सों से वायु मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। सबसे पहले बात करते हैं वायु मार्ग की इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली में स्थित है जो देश के सभी हवाई अड्डों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और यहां से विदेशी उड़ानों का भी संचालन अच्छी तरह से होता है। उसके अलावा दिल्ली रेल मार्ग द्वारा भी देश के बाकी हिस्सों से भली भाँति जुड़ा हुआ है।
दिल्ली में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और आनंद विहार रेलवे स्टेशन प्रमुख रेलवे स्टेशन है। जो देश के सभी छोटे बड़े रेलवे स्टेशन से जुड़े हुए हैं।
सड़क मार्ग से दिल्ली देश के सभी हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। प्रसिद्ध जीटी रोड, यमुना एक्सप्रेसवे, मुंबई एक्सप्रेसवे और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली से होकर गुजरते हैं। जिनके माध्यम से आप राज्य परिवहन की बसों से या खुद के वाहन से दिल्ली आसानी से पहुंच सकते हैं।
दिल्ली कब जाना चाहिए
दिल्ली में आप साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं। लेकिन आपको अक्टूबर नवंबर में दिल्ली जाने से बचना चाहिए। क्योंकि इस समय हरियाणा पंजाब राज्यों में जलाई गई धान की परली के धुएं की वजह से दिल्ली की हवा प्रदूषित हो जाती है। जिससे आपके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव भी पढ़ सकता है।
दिल्ली घूमने का तरीका खर्चा
दिल्ली घूमने के लिए प्रति व्यक्ति ₹20000 से ₹25000 तक का खर्चा हो सकता है। यह खर्चा कम या ज्यादा भी हो सकता है। जो आपके आने-जाने,रुकने, घूमने और खाने पीने के साधनों पर निर्भर करेगा।
FAQs
दिल्ली को भारत की राजधानी कब बनाया गया था?
सन 1912 में दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया गया था। दिल्ली से पूर्व कोलकाता भारत की राजधानी हुआ करता था।
दिल्ली क्यों प्रसिद्ध है?
भारत की राजधानी दिल्ली अपनी कला, संस्कृति, साहित्य और आधुनिकीकरण के लिए प्रसिद्ध है।
दिल्ली में कई ऐतिहासिक इमारतें भी हैं। जो दिल्ली को एक नई पहचान दिलातीं हैं।
दिल्ली का प्रमुख पर्यटन स्थल कौन-कौन से हैं?
इंडिया गेट, लाल किला, हुमायूं का मकबरा, कुतुबमीनार, शहीद स्मारक, राजघाट और जंतर मंतर दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल है। जिन्हें देखने के लिए लाखों लोग दिल्ली जाते हैं।
दिल्ली का प्रसिद्ध व्यंजन क्या है?
दिल्ली में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के लोग रहते हैं। छोले भटूरे भटूरे, चिकन मोमो और कबाब यहां के प्रसिद्ध व्यंजन है।
इसमें कौन सा हवाई अड्डा है?
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली में स्थित है। जो देश और देश के बाहर उड़ानों का संचालन करता है।
निष्कर्ष
इस लेख में दिल्ली में घूमने की जगह के बारे में उल्लेख किया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि दिल्ली आप कैसे पहुंच सकते हैं, वहां घूमने का कितना चर्चा होगा और दिल्ली कब जाना चाहिए। यह जानकारी इंटरनेट पर पहले से उपलब्ध जानकारी को इकट्ठा करके एक जगह पर प्रकाशित करने का प्रयास है। यह जानकारी आपको पसंद आई हो या कोई त्रुटि हो तो मुझे कमेंट करके अवश्य बताइयेगा। मुझे आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा।
2 thoughts on “14+ दिल्ली में घूमने की खूबसूरत जगह जहाँ हर आपको भी जाना चाहिए”