इस पोस्ट में आज हम बात करेंगे, उदयपुर में घूमने की जगह (Udaipur Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में।
उदयपुर को यहाँ की सुंदर झीलों और खूबसूरत महलों के लिए जाना जाता है। जो की उदयपुर के प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।
उदयपुर के बारे में
यह उदयपुर शहर भारत के प्राचीनतम शहरों में से एक माना जाता है। मध्यकाल में उदयपुर मेवाड़ राज्य की राजधानी था।
उदयपुर अपनी सुंदर वास्तुकला,महलों और अपनी सुंदर झीलों की वजह से विख्यात है।
इस शहर के किले और महल राजपूतों की शान का प्रतीक हैं।
उदयपुर शहर चारों तरफ से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ खूबसूरत शहर है।
इस शहर के अंदर बहुत सी छोटी-बड़ी झीलें हैं। जो उदयपुर की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं।
इन्हीं सुंदर झीलों के कारण उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है। झीलों के शहर के अलावा उदयपुर को मेवाड़ का मुकुट, किलो का शहर, पूर्व का बिजनेस और ज्वेल ऑफ मेवाड़ भी कहा जाता है।
राजपूतों की राजधानी रहे इस शहर उदयपुर में घूमने (Udaipur Me Ghumne Ki Jagah) की बहुत सी जगह है। इनमें से कुछ प्रमुख जगहों के बारे में बताया गया है।
उदयपुर में घूमने की जगह (Udaipur Me Ghumne Ki Jagah)
- पिछोला झील
- फतेहसागर झील
- सज्जनगढ़ पैलेस
- एकलिंग जी मंदिर
- सहेलियों की बाड़ी
- जगदीश मंदिर
- बागौर की हवेली
- जयसमंद झील
- सिटी पैलेस
- विंटेज कार म्यूजियम
- हल्दीघाटी
- लेक पैलेस
पिछोला झील
![Pichola Jheel Udaipur Me Ghumne Ki Jagah Hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Pichola-Jheel-Udaipur-1024x679.jpg)
यह झील उदयपुर की सबसे बड़ी एवं लोकप्रिय झील है। पिछोला झील एक कृत्रिम झील है।
सूर्योदय और सूर्यास्त के समय जब सूर्य की किरणें इस झील के पानी पर पड़ती है। तो यहाँ का दृश्य सुनहरा हो उठता है।
यह दृश्य पर्यटकों को अपनी तरफ से सबसे ज्यादा आकर्षित करता है।
शाम के समय इस झील में नोका की सवारी करना उदयपुर के सबसे खूबसूरत अनुभव में से एक होगा।
पिछोला झील बंजारा समुदाय द्वारा बनवाई गई थी। यहां
आप सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक कभी भी जा सकते हैं।
यहाँ वयस्कों का प्रवेश शुल्क ₹300 और बच्चों के लिए ₹150 रुपए है
फतेहसागर झील
![Fateh Sagar Jheel Udaipur Me Ghumne Best Jagah Hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Fateh-Sagar-Jheel-Udaipur.jpg)
फतेहसागर झील उदयपुर की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। झील के आसपास ऊंट की सवारी का आनंद ही लिया जा सकता है।
लेकिन अगर झील का भ्रमण करना हो तो आपको नौका की सवारी करनी पड़ेगी।
यह झील किन द्वीपों से में विभाजित है।
सबसे बड़े द्वीप को जवाहर द्वीप कहा जाता है। जो एक पार्क भी है।
दूसरे द्वीप पर अंडे के आकार का रेस्टोरेंट बना हुआ है और तीसरी द्वीप पर चिड़ियाघर बना हुआ है।
फतेहसागर झील उदयपुर में सबसे अच्छा पिकनिक स्पॉट माना जाता है। सूर्योदय के समय सूरज की किरणों की लालिमा यहाँ पर खूबसूरत दृश्य बनातीं हैं।
यह झील पर्यटकों के लिए सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुली रहती है।
यहाँ घूमने का कोई शुल्क नहीं पड़ता है।
सज्जनगढ़ पैलेस
![Sajjangarh Palace Udaipur Me Ghumne Ki Jagah Hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Sajjangarh-Palace-Udaipur.png)
इस महल को मानसून पैलेस के नाम से भी जाना जाता है।
इसका निर्माण 19वीं सदी में महाराणा सज्जन सिंह द्वारा करवाया गया था।
अरावली पर्वत की चोटी पर बना हुआ यह महल बहुत ही खूबसूरत है।
यहाँ से उदयपुर शहर और चित्तौड़ शहर को आसानी से देखा जा सकता है।
इस महल को इतनी ऊंचाई पर इसलिए बनवाया गया था। ताकि मानसून के समय पर बादलों की गति और दिशाओं का पता लगाया जा सके।
इसीलिए इस महल का नाम मानसून पैलेस है। सज्जनगढ़ पैलेस उदयपुर में घूमने की जगह (Udaipur Me Ghumne Ki Jagah) में एक लोकप्रिय जगह है।
शाम के समय यहाँ से टिमटिमाते हुए शहर के छोटे-छोटे घर बहुत ही खूबसूरत नजारा पेश करते हैं।
इस महल की वास्तुकला पर्यटकों के बीच इसे और भी लोकप्रिय बनाती है।
यदि आप उदयपुर में छुट्टियां मनाना चाहते हैं। तो सज्जनगढ़ पैलेस अवश्य जाएं।
एकलिंग जी मंदिर
![Eklingji Mandir Udaipur Me Ghumne Ki Jagah Hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Eklingji-Mandir-Udaipur-1024x512.jpg)
उदयपुर का यह मंदिर भारत के प्राचीनतम मंदिरों में गिना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
यहाँ भगवान शिव की पूजा एकलिंग नाथ के रूप में होती है।
इस मंदिर का निर्माण 724 ईस्वी में किया गया था। यहाँ अंदर प्रवेश करते ही आपको नंदी महाराज की दो चांदी की मूर्तियाँ देखने को मिलेंगी और मंदिर के अंदर भगवान शिव की 50 फीट लंबी मूर्ति बनाई गई है।
जो काले संगमरमर पत्थर से बनी हुई है। यह दो मंजिला मंदिर है। इसकी छत पिरामिडनुमा बनाई गई है।
मंदिर की दीवारों पर विशेष कलाकृतियां बनाई गई हैं।
यह मंदिर दिन में तीन बार सुबह 4:30 बजे से 7:00 तक, सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक तथा शाम 5:00 बजे से 7:30 बजे तक खुला रहता है।
सहेलियों की बाड़ी
![](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Sahelion-KI-Bari-Udaipur-1024x683.jpg)
सहेलियों की बाड़ी उदयपुर का एक प्रसिद्ध बगीचा है। इसका निर्माण महाराणा संग्राम सिंह द्वारा 18वीं सदी में करवाया गया था।
कहा जाता है कि महाराणा ने यह बगीचा अपनी रानी की सहेलियों को उपहार में दिया था। जो रानी के साथ उनके विवाह उपरांत आई थी।
यह बगीचा उदयपुर की फतेहसागर झील के निकट स्थित है। यहाँ फूलों की बिछी चादर पानी का फव्वारा इस जगह को खूबसूरत बनाते हैं।
सहेलियों की बाड़ी उदयपुर में घूमने की जगह (Udaipur Me Ghumne Ki Jagah) में एक प्रमुख जगह है।
यहाँ का प्रवेश शुल्क मात्र 5 रूपये प्रति व्यक्ति है।
जगदीश मंदिर
![Jagdish Mandir Udaipur Me Ghumne Ki Jagah Hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Jagdish-Mandir-Udaipur.png)
यह मंदिर राजस्थान का खूबसूरत एवं ऐतिहासिक मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण महाराणा जगत सिंह द्वारा करवाया गया था।
इसके निर्माण में 15 लाख रुपए का खर्चा आया था। यह मंदिर भगवान विष्णु के जगन्नाथ अवतार को समर्पित है।
इस मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान विष्णु की प्रतिमा काले संगमरमर पत्थर से बनाई गई है।
इस विशाल प्रतिमा के आसपास भगवान गणेश, भगवान सूर्य, शक्ति की देवी और भगवान शिव की मूर्तियां भी बनी हुई है।
यह दो मंजिला मंदिर अपने हिंदू वास्तुकला के लिए आकर्षण का केंद्र है।
यदि आप उदयपुर घूमने जाएं तो यहाँ अवश्य जाएं।
बागौर हवेली
![Bagore Ki Haveli is the best place to visit in Udaipur](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Bagore-Ki-Haveli-Udaipur.png)
उदयपुर की पिछोला झील के निकट स्थित यह हवेली राजस्थान की खूबसूरत हवेलियों में से एक है।
इसका निर्माण 18वीं सदी में अमरचंद बड़वा ने किया था।
18वीं सदी के अंत में यह हवेली बागौर के महाराणा शक्ति सिंह का निवास स्थान बन गई।
इसीलिए इस हवेली का नाम बागौर की हवेली पड़ गया। इस हवेली में एक संग्रहालय भी है।
जिसमें मेवाड़ के शाही परिवार द्वारा इस्तेमाल की गई बहुत सी वस्तुएं आप देख सकते हैं।
यह हवेली उदयपुर का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
जो पर्यटकों के लिए सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुली रहती है।
यहाँ का प्रवेश शुल्क भारतीय नागरिकों के लिए ₹60 और विदेशी नागरिकों के लिए ₹100 है।
जयसमंद झील
![Jaisamand lake is the best place to visit in Udaipur](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Jaisamand-Jheel-Udaipur-1024x683.jpg)
अरावली पर्वत की गोद में स्थित इस झील का निर्माण 17वीं सदी में मेवाड़ के महाराणा जयसिंह द्वारा करवाया गया था।
यह एक मानव निर्मित झील है।
यह झील लगभग 21 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई है।
जयसमंद झील उदयपुर के पर्यटन स्थलों में से एक है। जहां आप नाव की सवारी भी कर सकते हैं।
इस झील में के समीप जयसमंद वन्य जीव अभ्यारण भी है। जहां आप तरह-तरह के पशु पक्षी देख सकते हैं।
यह झील पर्यटकों के लिए सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुली रहती है। यहाँ नव की सवारी मात्र ₹30 प्रति व्यक्ति में की जा सकती है।
सिटी पैलेस
![City Palace Udaipur Is The Place To Visit In Rajasthan](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/City-Palace-Udaipur.png)
उदयपुर का सिटी पैलेस राजस्थान का सबसे बड़ा महल माना जाता है। इसका निर्माण 18वीं सदी में सवाई राजा जयसिंह द्वारा करवाया गया था।
उनके उत्तराधिकारी लगातार इस महल की संरचना में परिवर्तन भी करवाते रहे।
यह महल उदयपुर की पिछोला झील के किनारे बना हुआ है। इस महल की वास्तु-कला को देखकर आप उदयपुर के शाही परिवार के रहन-सहन के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं।
यह महल सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
यहाँ पर वयस्कों का प्रवेश शुल्क ₹30 जबकि बच्चों के लिए ₹15 है। कैमरे का शुल्क ₹200 है।
सिटी पैलेस उदयपुर में घूमने की जगह (Udaipur Me Ghumne Ki Jagah) में खास जगह है।
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विंटेज कार म्यूजियम
![Vintage Car Museum Udaipur Me Ghumne Ki Jagah Hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Vintage-Car-Museum-Udaipur.png)
यह म्यूजियम 2000 में बनवाया गया था। देखते ही देखते यह म्यूजियम उदयपुर का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया।
कारों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए यह स्थान स्वर्ग के समान है।
आपको यहाँ पुराने जमाने की कारों का संग्रह देखने को मिलेगा। जिन्हें मेवाड़ के शाही परिवार द्वारा प्रयोग में लाया जाता था।
इन कारों को देखकर आप शाही परिवार की जीवन शैली के बारे में भी जान सकते हैं।
यह म्यूजियम सुबह 9:00 बजे से शाम 9:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
यहाँ वयस्कों का प्रवेश शुल्क 250 रुपए और बच्चों के लिए 150 रुपए है।
हल्दीघाटी
![Haldighati Udaipur Me Ghumne Ki Jagah Hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/Haldighati-Udaipur.png)
सन 1576 में मेवाड़ के महाराणा प्रताप सिंह और अंबर के राजा मानसिंह के बीच इसी मैदान पर एक विशाल युद्ध लड़ा गया।
जिसके बाद यहाँ की मिटटी का रंग पीला (हल्दी के जैसा) हो गया। इसीलिए इस मैदान का नाम हल्दीघाटी है।
हल्दीघाटी मैदान उदयपुर में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
यदि आप इतिहास के जानकार हैं और इतिहास में दिलचस्पी लेते हैं। तो आपको हल्दीघाटी अवश्य जाना चाहिए।
लेक पैलेस
![lake Palace udaipur is the best place to visit in udaipur](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/12/lake-Palace-udaipur-1024x684.jpg)
लेक पैलेस उदयपुर का प्रसिद्ध होटल है। जो की उदयपुर का प्रसिद्ध हनीमून डेस्टिनेशन भी है।
पहले इसे जग पैलेस के नाम से जाना जाता था। इसका निर्माण 1741 में महाराणा जगत सिंह द्वारा करवाया गया था।
यह महल प्रसिद्ध पिछौला झील के एक द्वीप पर बना हुआ है। यह महल रात में घूमने की अच्छी जगह है।
इस महल की वास्तुकला बहुत ही उत्कृष्ट है।
उदयपुर कैसे पहुंचे
उदयपुर आप बस, ट्रेन, हवाई जहाज या खुद के वाहन से भी जा सकते हैं।
महाराणा प्रताप हवाई अड्डा यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा है। जो कि यहाँ से मात्र 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इसके अलावा उदयपुरसिटी रेलवे स्टेशन यहाँ का प्रमुख रेलवे स्टेशन है।
सड़क मार्ग द्वारा भी उदयपुर देश के सभी हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
जिससे आप खुद के वाहन से या राजस्थान परिवहन की बसों से भी उदयपुर जा सकते हैं।
उदयपुर कब जाएं
उदयपुर आप अक्टूबर से अप्रैल के बीच में जा सकते हैं।
क्योंकि इस समय यहाँ हल्की सर्दी पड़ती है और यहाँ का मौसम भी सुहाना रहता है।
मई से सितंबर के महीना में यहाँ भीषण गर्मी पड़ती है। जिससे आप अपनी यात्रा का आनंद नहीं ले पाएंगे।
उदयपुर में घूमने का खर्चा
उदयपुर घूमने के लिए प्रति व्यक्ति ₹8000 से ₹15000 का खर्चा आ सकता है। यह खर्चा कम या ज्यादा भी हो सकता है। यह आपके आने जाने, रुकने और खाने-पीने के साधनों पर निर्भर करेगा।
FAQs
झीलों का शहर उदयपुर राजस्थान राज्य में पड़ता है।
सुंदर झीलों के शहर उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है। इसके अलावा ‘मेवाड़ मुकुट’, ‘पूर्व का वेनिस’ और ‘ज्वेल आफ मेवाड़’ भी कहा जाता है।
सज्जनगढ़ पैलेस और बागोर की हवेली उदयपुर के प्रसिद्ध किले हैं।
पिछोला झील, फतेह सागर झील, सज्जनगढ़ पैलेस, सिटी पैलेस, सहेलियों की बाड़ी, हल्दीघाटी और जयसमंद झील उदयपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं।
कचौड़ी उदयपुर का प्रसिद्ध व्यंजन है। उदयपुर में आपको दाल कचौड़ी, प्याज कचोरी और मावा कचौड़ी सबसे ज्यादा मिलेगी।
अपनी कला, संस्कृति, सुंदर-सुंदर प्राचीन महल एवं किलो और प्राकृतिक झीलों के अलावा उदयपुर अपनी राजपूताना शान के लिए भी प्रसिद्ध है।
पिछोला झील की सबसे प्रसिद्ध झील है।
उदयपुर एक रेगिस्तानी शहर है। जहां पूरे साल भयंकर गर्मी पड़ती है।
लेकिन अक्टूबर से मार्च का समय उदयपुर घूमने के लिए उचित है। क्योंकि इस समय उदयपुर का मौसम सुहावना होता है।
उदयपुर में सिसोदिया वंश का शासन था।
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