दोस्तों इस पोस्ट में आज मैं आप लोगों को बताऊंगा हरिद्वार में घूमने की जगह(Haridwar Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में।
हरिद्वार को देवभूमि के नाम से जाना जाता है।
हरिद्वार उत्तराखंड राज्य का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।
यहाँ बहुत सारे तीर्थ स्थल और पर्यटन स्थल हैं।
आइये बात करते हैं हरिद्वार में घूमने की जगह(Haridwar Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में।
हरिद्वार के बारे में (About Haridwar)
देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध हरिद्वार हिंदुओं का सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल माना जाता है।
हरिद्वार उन चार तीर्थ स्थलों में से एक है जहां कुंभ मेले का आयोजन होता है।
यह शहर गंगा नदी के किनारे पर बसा हुआ है।
गोमुख से निकालने के बाद पवित्र गंगा नदी पहाड़ों को चीरती हुई हरिद्वार पहुंचती है।
और हरिद्वार से ही गंगा मैदानी इलाके में प्रवेश करती है।
सावन के महीने में हरिद्वार में गंगा नदी के तट पर कांवड़ियों की भारी भरकम भीड़ लगती है।
यदि आप शांत वातावरण का अनुभव करना चाहते हैं।
तो हरिद्वार आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
अगर हरिद्वार में घूमने की जगह की बात करें तो यहाँ घूमने के लिए बहुत से तीर्थ स्थल और पर्यटन स्थल हैं।
हरिद्वार में घूमने की जगह(Haridwar Me Ghumne Ki Jagah)
हरिद्वार में घूमने की जगह(Haridwar Ghumne Ki Jagah) में ज्यादातर तीर्थ स्थल हैं। आइये जानते हैं हरिद्वार के प्रमुख पर्यटन स्थल और तीर्थ स्थल के बारे में।
- हर की पौड़ी
- शांतिकुंज
- चंडी देवी मंदिर
- मनसा देवी मंदिर
- भारत माता मंदिर
- माया देवी मंदिर
- दक्ष महादेव मंदिर
- पतंजलि योगपीठ
- नील धरा हरिद्वार
- चिल्ला वन्य जीव अभ्यारण्य
- सप्त ऋषि आश्रम
- पारद शिवलिंग
- स्वामी विवेकानंद पार्क
हर की पौड़ी
यह गंगा नदी के पवित्र घाटों में से एक प्रमुख घाट है।
जो हरिद्वार में पड़ता है, माना जाता है कि समुद्र मंथन के समय यहाँ पर अमृत की बूंदे पड़ी थी।
अतः इस घाट पर स्नान मात्र करने से ही भूलवस हुए पाप एवं गलतियों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
हरिद्वार में इसी स्थान पर हर 12 साल बाद कुंभ का आयोजन होता है।
यहाँ पर शाम के समय गंगा आरती होती है।
जिसका नजारा देखने लायक होता है।
इस पावन स्थल पर पुजारी लोग बड़े-बड़े दिए लेकर जब आरती करते हैं।
तब ऐसा लगता है मानो प्रकृति ने इस स्थल को जगमगा सा दिया हो पानी में पड़ता जगमगाते हुए दीओं का प्रतिबिंब बहुत ही आकर्षक दिखाई पड़ता है।
इस महा आरती की ध्वनि पूरे घाट पर गूंजती हुई सुनाई देती है।
हर की पौड़ी हरिद्वार में घूमने की जगह(Haridwar Me Ghumne wali Jagah) में प्रमुख जगह है।
शांतिकुंज
शांतिकुंज हरिद्वार में घूमने की जगह (Haridwar M Ghumne Ki Jagah) में एक प्रमुख जगह है।
यहाँ जीवन के मूल्यों के बारे में और जीवन में कठिनाइयों से कैसे लड़ सकें इसकी कला सिखाई जाती है।
यहाँ बहुत से कार्यक्रम होते रहते हैं।
इन कार्यक्रमों में सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि अन्य धर्म के लोग भी हिस्सा लेते हैं।
यदि आप हरिद्वार जाना चाहते हैं तो अपने प्लान में शांतिकुंज में जाना आवश्यक शामिल करें।
शांतिकुंज में ही अखिल विश्व गायत्री परिवार का मुख्यालय स्थित है।
जो की आचार्य श्रीराम शर्मा की कर्म स्थली मानी जाती है।
चंडी देवी मंदिर
नील नामक पर्वत पर स्थित यह मंदिर हरिद्वार का एक प्रमुख मंदिर है।
ऊँचाई पर स्थित होने के कारण यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत दिखता है।
यहाँ श्रद्धालु पूजा पूजन अर्चन करते हैं।
जो श्रद्धालु सच्चे मन से यहाँ पूजा करते हैं माता रानी उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करती हैं।
यह मंदिर यात्रियों की ट्रेकिंग के लिए भी प्रसिद्ध है।
मनसा देवी मंदिर
शिवालिक पर्वत श्रृंखलाऔर बलवा पर्वत पर स्थित यह मंदिर हरिद्वार का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
यहाँ प्रतिदिन भारी संख्या में श्रद्धालु आकर पूजन अर्चन करते हैं।
इस मंदिर में मनसा देवी के दर्शन करने के बाद आपके मन को सुकून मिलेगा और शांति का भी आप आभाष होगा।
इसी पर्वत पर एक अखंड ज्योति नामक पर्वत स्थित है।
जहाँ बहुत लंबे समय से ज्योति प्रज्वलित हो रही है।
भारत माता मंदिर
भारत की विशाल संस्कृति को दर्शाता हुआ यह मंदिर स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है।
इस मंदिर में किसी देवी या देवता की मूर्ति नहीं है बल्कि जमीन पर भारत का एक विशाल नक्शा बना हुआ है।
यह नक्शा भारत माता की मूर्ति को दर्शाता है जो की केसरिया वस्त्र धारण किए हुए हैं।
यह भारत माता का मंदिर हरिद्वार का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
जो हरिद्वार में घूमने की जगह(Haridwar Mein Ghumne Ki Jagah) में से एक खास जगह है।
विष्णु घाट
हिन्दू धर्म ग्रंथो के अनुसार यह वही घाट है जहां पर भगवान विष्णु ने स्नान किया था।
यह घाट हरिद्वार रेलवे स्टेशन के समीप स्थित है।
विष्णु घाट हरिद्वार में अपने शांतिमय वातावरण के लिए जाना जाता है।
हरिद्वार के अन्य घाटों की तुलना में यहाँ पर स्वच्छता की भी अधिक रहती है।
और भीड़ भी कम होती है।
यदि आप हरिद्वार में कोई स्वच्छ और कम भीड़ वाला शांतिमय स्थल खोज रहे हैं तो विष्णु घाट एक अच्छा विकल्प है।
दक्ष महादेव मंदिर
यह हरिद्वार क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है।
यह मंदिर भगवान शिव और माता सती को समर्पित है।
इस मंदिर का नामकरण माता सती के पिता दक्ष प्रजापति के नाम पर किया गया है।
दक्ष महादेव मंदिर हरिद्वार का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
यहाँ पर शिवरात्रि के दिन बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
पतंजलि योग पीठ
यह हरिद्वार का एक प्रसिद्ध आश्रम है।
जहां पर योग और आयुर्वेद का शोध किया जाता है।
यह स्थान बाबा रामदेव की कर्म स्थली भी है।
यह मंदिर हरिद्वार के कनखल नामक स्थान पर है।
यहीं पर पतंजलि के उत्पादों का निर्माण किया जाता है।
जो कि पूरे देश में प्रसिद्ध है।
यहाँ पर आप अपनी सेहत के बारे में बहुत सी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
यदि आप योग के शौकीन और योग में रुचि रखते हैं तो यहाँ अवश्य आयें।
नील धारा हरिद्वार
हरिद्वार का यह पवित्र स्थल श्रद्धालुओं के बीच काफी प्रसिद्ध है।
यह स्थान पवित्र गंगा नदी का एक घाट है।
इस घाट के एक तरफ माता चंडी का मंदिर है और दूसरी तरफ मनसा देवी का मंदिर है।
इसीलिए यहाँ पर श्रद्धालुओं की भीड़ जमी रहती है।
यहाँ का वातावरण काफी शांतिमय और शुद्ध है, इसीलिए यह स्थल पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।
चिल्ला वन्य जीव अभ्यारण
लगभग 248 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ यह वन्य जीव अभ्यारण जहां आपको बहुत से वन्य जीव देखने को मिलेंगे।
इसकी स्थापना 1977 में की गई थी गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित इस अभ्यारण की हरिद्वार से दूरी मात्र 9 किलोमीटर है।
यह हरिद्वार का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
सप्त ऋषि आश्रम
प्राचीन काल में यह स्थान सप्त ऋषियों का आश्रम हुआ करता था ऐसा मानना है हिंदू धर्म के अनुयायियों का।
यह आश्रम हरिद्वार का एक पवित्र तीर्थ स्थल है।
यहाँ पर गंगा नदी सात धाराओं में बहती हुई प्रतीत होती है।
सप्त ऋषि आश्रम हरिद्वार का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
यहाँ की खूबसूरती देखने के लिए आपको यहाँ अवश्य जाना चाहिए।
पारद शिवलिंग
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
पूरे भारत से यहाँ लोग आते हैं और भगवान शिव के दर्शन करके मनोवांछित फल पाते हैं।
यहाँ पर भगवान शिव की मूर्ति पारा धातु से बनाई गई है।
इसीलिए इस मंदिर का नाम पारद शिवलिंग है।
यह शिवलिंग पारा धातु से बने होने के कारण पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र है।
माना जाता है जितना पुण्य 12 ज्योतिर्लिंगों के पूजन से मिलता है उतना ही पुण्य यहाँ पर पूजन करने से भी मिल जाता है।
यहाँ पर शिवरात्रि के दिन बहुत भीड़ होती है और मेला भी लगता है।
इस मंदिर के परिसर में तीन दर्शनीय स्थल एवं मृत्युंजय महादेव मंदिर, पारदेश्वर मंदिर और रुद्राक्ष वृक्ष हैं।
स्वामी विवेकानंद पार्क
यह पार्क हरिद्वार का बहुत ही आनंदमय पार्क है।
जो कि हर की पौड़ी नमक घाट के समीप स्थित है।
यहाँ पर भगवान शिव और स्वामी विवेकानंद की भव्य मूर्तियां का निर्माण कराया गया है।
यह हरिद्वार का एक प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट भी है।
यदि आप परिवार के साथ हरिद्वार में घूमने गए हैं तो यहाँ पिकनिक मनाने अवश्य जाएं।
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हरिद्वार कैसे पहुंचे (Haridwar Kaise Pahunche)
हरिद्वार आप बस, ट्रेन, हवाई जहाज और खुद के वाहन से भी जा सकते हैं।
यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा देहरादून अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो कि देश के सभी बड़े हवाई अड्डों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
इसके अलावा यहाँ का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन है।
और इस शहर में उत्तराखंड परिवहन और दूसरे राज्यों के परिवहन की बसें भी जाती हैं।
इसके अलावा आप खुद का वाहन से भी हरिद्वार जा सकते हैं।
हरिद्वार सड़क मार्ग द्वारा देश के सभी शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
हरिद्वार कब जाएं (Haridwar Kab Jaye)
यदि आप तीर्थ यात्रा के दृष्टिकोण से हरिद्वार जाना चाहते हैं तो शिवरात्रि या सावन के महीने में हरिद्वार जाएँ।
यदि पर्यटन के दृष्टिकोण से हरिद्वार जाना चाहते हैं तो साल के किसी भी महीने में आप हरिद्वार जा सकते हैं।
हरिद्वार घूमने का खर्चा (Haridwar Ghumne Ka Kharcha)
हरिद्वार घूमने के लिए प्रति व्यक्ति ₹8000 से ₹12000 तक का खर्चा आ सकता है।
यह खर्चा कम या ज्यादा भी हो सकता है।
यह आपके खाने-पीने, रहने और घूमने के साधनों पर निर्भर करेगा।
FAQs
हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक हरिद्वार अपने पवित्र मंदिरों और आश्रमों के लिए प्रसिद्ध है।
गंगाद्वार के नाम से प्रसिद्ध हरिद्वार उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
गंगा नदी के किनारे स्थित हरिद्वार प्रति 12 वर्ष बाद कुंभ के आयोजन का साक्षी बनता है।
दक्ष महादेव मंदिर हरिद्वार का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है।
प्रति 12 वर्ष बाद को हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन होता है।
हर की पौड़ी, विष्णु घाट और सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार के प्रमुख पर्यटन स्थल है।
देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट हरिद्वार का निकटतम हवाई अड्डा है।
मोतीचूर रेलवे स्टेशन हरिद्वार का प्रमुख रेलवे स्टेशन है।
रसमलाई और जलेबी हरिद्वार के प्रसिद्ध व्यंजन है।
ज्वालापुर मार्केट हरिद्वार में शॉपिंग करने के लिए सबसे अच्छा मार्केट है।
आलू-पूड़ी हरिद्वार का सबसे स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड माना जाता है।
अखिल भारतीय गायत्री परिवार का मुख्यालय शांतिकुंज, पतंजलि योगपीठ और सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार के प्रसिद्ध आश्रम है।
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