दोस्तों इस पोस्ट में चलिए बात करते हैं वाराणसी में घूमने की जगह(Varanasi Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में।
बनारस या वाराणसी को घाटों के शहर के नाम से जाना जाता है यहाँ घूमने की बहुत सारी जगह है
वाराणसी के बारे में(About Varanasi)
वाराणसी को काशी या बनारस के नाम से भी जाना जाता है।
यह दुनिया का सबसे पुराना शहर माना जाता है जो आज भी बसा हुआ है।
यह शहर अपने तीर्थ स्थलों और पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है।
बनारस या वाराणसी शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है।
और अपनी कला, संस्कृति, साहित्य और पौराणिक महत्व के लिए विख्यात है।
अगर वाराणसी में घूमने की जगह(Varanasi Me Ghumne Ki Jagah) की बात करें तो यहाँ बहुत से पर्यटन स्थल और तीर्थ स्थल है।
वाराणसी में घूमने की जगह(Varanasi Me Ghumne Ki Jagah)
वाराणसी में घूमने की बहुत सी जगह हैं। जो निम्नवत हैं-
- अस्सी घाट
- मणिकर्णिका घाट
- काशी विश्वनाथ मंदिर
- भारत माता मंदिर
- तुलसी मनसा मंदिर
- आलमगीर मस्जिद
- रामनगर किला और संग्रहालय
- सारनाथ
- दशश्वमेघ घाट
- नया काशी विश्वनाथ मंदिर
अस्सी घाट
![Assi Ghat Varanasi me ghumne ki jagah hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Assi-Ghat-Varanasi.jpg)
वाराणसी में गंगा और अस्सी नदी के संगम पर स्थित यह घाट काशी का प्राचीनतम घाट है।
शाम को यहाँ पर श्रद्धालुओं द्वारा आरती और पूजन किया जाता है।
इस घाट पर शाम की आरती का नजारा देखने लायक होता है।
अस्सी घाट वाराणसी रेलवे स्टेशन से दूरी मात्र 7 किलोमीटर है।
घाट के पास पीपल के वृक्ष के नीचे एक शिवलिंग स्थापित किया गया है।
यहाँ श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शिव का पूजन किया जाता है।
यहाँ पर बाबा जगन्नाथ का मंदिर बनाया गया है।
मणिकर्णिका घाट
![Manikarnika Ghat Varanasi me ghumne ki best jagah hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Manikarnika-Ghat-Varanasi.jpg)
वाराणसी में स्थित 84 घाटों में से यह प्रमुख घाट है।
मणिकर्णिका घाट वाराणसी में घूमने की जगह में से एक प्रमुख जगह है।
यह घाट अंतिम संस्कार के लिए शुभ माना जाता है।
इसीलिए इस घाट पर आपको बहुत सी चिताएं जलती हुई मिलेगी।
यहाँ कभी भी अग्नि शांत नहीं होती है।
काशी विश्वनाथ मंदिर
![Kashi Vishwanath mandir Banaras me ghumne wali jagah hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Kashi-Vishwanath-mandir-Banaras.jpg)
यदि आप वाराणसी की यात्रा पर जा रहे हैं तो बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बिना आप की यात्रा अधूरी मानी जाएगी।
बाबा विश्वनाथ मंदिर वाराणसी का प्रमुख तीर्थ स्थल है।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
इस मंदिर का उल्लेख ]हिंदुओं के कई प्रमुख ग्रंथों में हुआ है।
इस मंदिर में प्रतिदिन औसतन 5000 लोग आते हैं।
भारत माता मंदिर
![Bharat Mata Mandir is the best tourist place in Varanasi](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Bharat-Mata-Mandir-Varanasi.jpeg)
इस मंदिर में आपको भारत से संबंधित बहुत सी जानकारियां मिलेंगे।
इसलिए इसका नाम भारत माता मंदिर रखा गया है।
यह मंदिर काशी विद्यापीठ में बना हुआ है।
इस मंदिर में आपके पूरे भारत की संस्कृति की जानकारी का भी मौका मिलेगा।
यह मंदिर शिव प्रसाद गुप्ता द्वारा बनवाया गया था।
और इसका उद्घाटन महात्मा गांधी द्वारा किया गया था।
तुलसी मानस मंदिर
![Tulsi Manas Mandir varanasi me dekhne layak jagah hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Tulsi-Manas-Mandir-varanasi.jpg)
भगवान राम को समर्पित यह मंदिर 1964 में बनकर तैयार हुआ था।
तुलसी मानस मंदिर वाराणसी का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
इस मंदिर का निर्माण रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास के नाम पर किया गया है।
सावन के महीने में इस मंदिर में कठपुतलियों का एक विशेष प्रदर्शन करवाया जाता है।
यह प्रदर्शन रामायण से संबंधित होता है।
यदि आप इस मंदिर में घूमने का उत्कृष्ट अनुभव लेना चाहते हैं तो सावन के महीने में ही आएं।
आलमगीर मस्जिद
![Alamgir masjid isone of the best tourist place in Varanasi](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Alamgir-masjid-Varanasi.jpg)
इस मस्जिद का निर्माण 17वीं सदी में औरंगजेब द्वारा करवाया गया था।
आलमगीर मस्जिद वाराणसी में पर्यटन की एक प्रमुख जगह है।
इस मस्जिद में सिर्फ इस्लाम धर्म के अनुयायियों को ही प्रवेश करने की अनुमति है।
रामनगर किला और संग्रहालय
![Ramnagar Kila & Museum is the best place to visit in Varanasi](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Ramnagar-Kila-Museum-Varanasi.jpg)
यह किला वाराणसी में तुलसी घाट के सामने स्थित है।
अब यह किला एक खंडहर में तब्दील हो चुका है।
मुगल वास्तुकला शैली में बना हुआ यह किला 1750 में राजा बलवंत सिंह द्वारा बनवाया गया था।
यह किला वर्तमान में राजा पीलू वीरू सिंह का निवास स्थान है।
इस किले में एक संग्रहालय भी है।
जहाँ आपको पुरानी अमेरिकी कारों का संग्रह, हाथी दाँत वर्क, मध्यकालीन वेशभूषा और एक विशाल खगोलीय घड़ी देखने को मिलेगी।
यह किला वाराणसी में घूमने की जगह में से एक प्रमुख जगह है।
सारनाथ
![Sarnath is the best place for baudhists](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Sarnath-1024x768.jpg)
यह स्थान वाराणसी से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
सारनाथ में ही भगवान गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था।
सारनाथ बौद्ध धर्म के प्रमुख चार तीर्थ स्थलों में से एक है।
भारत का राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ यहीं पर स्थित है।
सारनाथ वाराणसी में घूमने की जगह में(Banaras Me Ghumne Ki Jagah) से एक है।
यदि आप वाराणसी घूमने जाएँ तो सारनाथ अवश्य जाएं।
यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल चौखंडी स्तूप, अशोक स्तंभ, धूमल स्तूप, पुरातत्व संग्रहालय, मूलगंज कुटी बिहार, चीनी और थाई मंदिर एवं शामिल हैं।
दशाश्वमेघ घाट
![Dashshwmegh Ghat Varanasi Me humne Ki jagah hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/Dashshwmegh-Ghat-Varanasi.jpg)
दशाश्वमेघ घाट वाराणसी में घूमने की जगह(Best Tourist Place In Varanasi) में एक खास जगह है।
यह घाट वाराणसी में स्थित गंगा घाट में से एक प्रमुख घाट है।
हिंदू धर्म ग्रंथो के अनुसार ब्रह्मा ने यहाँ पर दशा अश्वमेध यज्ञ किया था।
जिसमें 10 घोड़ों की बलि दी गई थी।
दशाश्वमेघ घाट वाराणसी का प्रमुख तीर्थ स्थल है।
यहाँ कई तरह के अनुष्ठान किए जाते हैं।
प्रत्येक दिन शाम को यहाँ गंगा आरती की का आयोजन होता है।
गंगा की आरती यहाँ का प्रमुख आकर्षण है।
नया विश्वनाथ मंदिर
![New Vishwanath Temple Varanasi me ghumne ki sundr jagah hai](https://ghoomteraho.in/wp-content/uploads/2023/10/New-Vishwanath-Temple-Varanasi.jpg)
यह मंदिर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में स्थापित किया गया है।
इसका निर्माण भारत के सफल उद्यमी परिवार बिरला परिवार ने करवाया था।
प्रतिदिन यहाँ आगंतुकों का आना-जाना बना रहता है।
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यहाँ 7 छोटे-छोटे मंदिर हैं जो कि अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं।
यदि आप वाराणसी घूमने जाएँ तो इस मंदिर को अवश्य देखने जाएँ।
वाराणसी कैसे पहुँचे
वाराणसी आप बस, ट्रेन, हवाई जहाज या खुद अपने वाहन से भी जा सकते हैं।
यहाँ लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा स्थित है।
जो देश के सभी प्रमुख शहरों के हवाई अड्डों से जुड़ा हुआ है।
इसके अलावा यहाँ का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन है।
जहाँ देश के सभी शहरों से ट्रेन आती और जाती है।
इसके अलावा वार्षिक देश के सभी हिस्सों से सड़क मार्ग द्वारा भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
वाराणसी जाने का सही समय
वाराणसी आप साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं।
यहाँ स्थित मंदिरों में अलग-अलग समय पर अलग-अलग तरह के अनुष्ठान होते रहते हैं।
जिनके अनुसार भी आप यहाँ जा सकते हैं।
वाराणसी घूमने का खर्चा
वाराणसी में घूमने के लिए प्रति व्यक्ति 7000 से 10000 रुपए तक का खर्चा हो सकता है।
एक खर्चा आपका कम या ज्यादा भी हो सकता है।
यह खर्चा आपके खाने-पीने, रुकने और घूमने के साधनों पर निर्भर करेगा।
FAQs
उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित वाराणसी हिंदूओं का प्रमुख तीर्थ स्थल है। जो गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है।
गंगा के किनारे स्थित वाराणसी शहर अपने सुंदर-सुंदर घाटों और मंदिरों के लिए जाना जाता है। वाराणसी में कई एक घाट और मंदिर हैं। वाराणसी भारत में शिक्षा का प्रमुख भी है।
काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी का प्रसिद्ध मंदिर है। जो कि भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
घाटों और मंदिरों का शहर के नाम से प्रसिद्ध वाराणसी में घूमने लायक कई मंदिर और घाट हैं। जिसमें अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, दशाश्वमेघ घाट, नया काशी विश्वनाथ मंदिर और भारत माता मंदिर वाराणसी प्रमुख घूमने की जगह हैं।
अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट और दशाश्वमेघ घाट वाराणसी के प्रमुख घाट हैं।
गंगा नदी के किनारे स्थित वाराणसी शहर बाबा विश्वनाथ की नगरी के नाम से भी जाना जाता है।
लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा वाराणसी में स्थित है। जो देश के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
बाटी चोखा और कचौड़ी सब्जी वाराणसी के प्रसिद्ध व्यंजन है।
खरीददारी के लिए विश्वनाथ नगरी गली और ठठेरी बाजार वाराणसी में प्रसिद्ध बाजार हैं।
वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन वाराणसी का प्रमुख रेलवे स्टेशन है।
आपने काफी अच्छा आर्टिकल लिखे है बनारस में घूमने के बारे में इससे मुझे आपने बनारस में घूमने की याद आ गए | इसपे एक शायरी लिख देता हूँ – हमने तेरे शहर की रौनत भी देखी है पर बनारसी ठाट के आगे सब फीका है |