दोस्तों इस पोस्ट में आप लोग जानेंगे इंदौर में घूमने की जगह (Indore Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में।
इंदौर भारत मध्य प्रदेश राज्य का एक सुन्दर एवं ऐतिहासिक शहर है। जो अपनी स्वच्छता के लिए जाना जाता है।
यहाँ घूमने की बहुत सी जगह (Indore Me Ghumne Ki Jagah) है जो नीचे दी गयीं हैं।
इंदौर के बारे में
यह भारत का सबसे स्वच्छ शहर माना जाता है।
इंदौर मध्य प्रदेश का सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला भी है।
जो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इंदौर का मौसम साल भर एक जैसा ही रहता है।
साथ ही इंदौर का मौसम, सभ्यता और संस्कृति मुंबई से समानता रखते हैं।
इसीलिए इंदौर को Mini Bombey के नाम से भी जाना जाता है।
इंदौर में घूमने की जगह (Indore Me Ghumne Ki Jagah) की बात करी जाए तो यहाँ घूमने की बहुत सारी जगह हैं।
जो इंदौर को एक अच्छा पर्यटन स्थल भी बनाते हैं।
इंदौर में घूमने की जगह | Indore Me Ghumne Ki Jagah
- राजवाड़ा महल या होलकर पैलेस
- कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय
- अन्नपूर्णा मंदिर
- मेघदूत गार्डन
- पिपलियापाला रीजनल पार्क इंदौर
- कृष्णपुरा छतरी
- गोमतगिरी दिगंबर जैन मंदिर
- खजराना गणेश मंदिर
- बड़ा गणपति मंदिर
- लालबाग पैलेस
- काँचमहल
- गांधी हॉल
राजवाड़ा महल या होलकर पैलेस
इसका निर्माण 18वीं सदी में होलकर राजवंश के राजा मल्हार राव होलकर द्वारा कराया गया था।
यह सात मंजिला इमारत होलकर राजवंश का गौरव मानी जाती है और इसे वर्तमान में इंदौर का दिल माना जाता है।
इस शानदार महल को जो पहली बार देखता है तो इसकी खूबसूरती को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाता है।
इस हवेली के प्रवेश द्वार पर एक बगीचा है।
जिसमें फब्बारे बने हुए हैं और अहिल्याबाई होल्कर की बड़ी सी मूर्ति भी लगी हुई है।
राजवाड़ा पैलेस इंदौर में घूमने की जगह (Indore Me Ghumne Ki Jagah) में प्रमुख जगह है।
यह महल पर्यटकों के लिए सोमवार के दिन बंद रहता है और बाकी के दिनों मेंसुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे से तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
इस महल का प्रवेश शुल्क मात्र ₹10
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय
52 एकड़ भूमि फैला हुआ यह प्राणी संग्रहालय मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा एवं पुराना चिड़ियाघर है।
यहाँ कई प्रकार के पेड़-पौधे देखने को मिलेंगे।
इस चिड़ियाघर में आपको सफेद बाघ, रॉयल बंगाल टाइगर, हिमालयन भालू और सफेद मोर देखने को मिलेंगे।
अगर यहाँ के प्रवेश शुल्क की बात की जाए तो मात्र 22 रूपए देकर आप यहाँ की टिकट खरीद सकते हैं।
कमला नेहरू प्राणी उद्यान इंदौर में घूमने की एक अच्छी जगह (Indore Mein Ghumne Ki Jagah) है।
अन्नपूर्णा मंदिर
दक्षिण भारतीय वास्तु-कला शैली में बना हुआ यह मंदिर भोजन की देवी माता अन्नपूर्णा को समर्पित है।
यहाँ दिन में सैकड़ो अनुयायी आते हैं और अपना धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।
इस मंदिर में माता अन्नपूर्णा के अलावा भगवान शिव, हनुमान, काल भैरव और सरस्वती की मूर्तियां भी स्थापित की गई।
इसके अलावा श्री कृष्ण की जीवन लीलाओं को भी चित्रित किया गया है। जो मंदिर का मुख्य आकर्षण हैं।
यदि आप इंदौर में किसी शांतिमय स्थान पर समय व्यतीत करना चाहते हैं।
तो अन्नपूर्णा मंदिर अवश्य जाएं।
मेघदूत गार्डन
यह गार्डन इंदौर का सबसे पुराना एवं खूबसूरत गार्डन है।
यदि आप इंदौर में कोई खूबसूरत जगह ढूंढ रहे हैं जहां आप शांतिपूर्वक अपना समय बिता सके तो उसके लिए यह गार्डन महत्वपूर्ण है।
साथ ही कपल्स के लिए भी यह गार्डन पहली पसंद है।
मेघदूत गार्डन इंदौर के बाहरी इलाके में स्थित है।
इस खूबसूरत गार्डन का पुनर्निर्माण 2001 में कराया गया था।
मेघदूत गार्डन इंदौर में घूमने की जगह (Indore M Ghumne Ki Jagah) में खास जगह है।
पिपलियापाला रीजनल पार्क
120 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ यह पार्क इंदौर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
इस पार्क को अटल बिहारी वाजपेई रीजनल पार्क भी कहा जाता है।
इस पार्क में 80 एकड़ के क्षेत्रफल में एक झील और शेष 40 एकड़ के क्षेत्रफल में हरियाली और पेड़ पौधे हैं।
यह पार्क सुबह 11:00 से शाम 9:00 बजे तक जनता के लिए खुला रहता है।
इस पार्क में नाव की सवारी की सुविधा भी है। साथ ही बच्चों के लिए झूले भी लगे हुए हैं।
कृष्णपुरा छतरी
मराठा शैली में बनी हुई यह छतरी इंदौर शहर के बाहर खान नदी के किनारे स्थित है।
इनका निर्माण 19 वीं सदी में होलकर राजवंश के राजाओं की याद में कराया गया था।
कृष्णपुरा छतरी तीन छतरियाों का समूह है। जो राजवाड़ा पैलेस के समीप स्थित है।
यह स्थान इंदौर के शांतिमय स्थानों में से एक माना जाता है।
यह तीन अलग-अलग दिशाओं में बनी हुई छतरियां अलग-अलग राजाओं को समर्पित हैं।
इसमें सैनिकों, संगीतकारों और दरबारियों की भी मूर्तियां बनी हुई है।
जो पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र है।
यह पर्यटन स्थल सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
गोमतगिरी दिगंबर जैन मंदिर
गोमतगिरी दिगंबर जैन मंदिर को जैन धर्म का एक पवित्र स्थल माना है।
इस जैन मंदिर में 24 संगमरमर के छोटे-छोटे मंदिर हैं। जो कि जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों को समर्पित है।
साथ ही यहाँ भगवान गोमतेश्वर की 21 फीट ऊंची प्रतिमा भी है।
यह गोमतेश्वर प्रतिमा यहाँका प्रमुख आकर्षण है।
गोमतगिरी जैन मंदिर का वातावरण बहुत ही शांतिमय और आकर्षक है।
यहाँ सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय दृश्य देखने लायक होते हैं।
यह जैन मंदिर प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे से 12:00 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है।
खजराना गणेश मंदिर
खजराना गणेश मंदिर का निर्माण इंदौर की प्रसिद्ध महिला शासक का अहिल्याबाई होल्कर द्वारा कराया गया था।
इस मंदिर में भगवान गणेश की मूर्ति का निर्माण गुड़, चूना, ईट तथा घोड़ों और हाथियों के अस्तबल से लाई हुई मिट्टी से कराया गया था।
भगवान गणेश के अलावा इस मंदिर में भगवान शिव, साँई बाबा, राधा-कृष्ण, संतोषी मां, शनि महाराज और भगवान राम की मूर्तियां स्थापित करी गयीं हैं।
यह मंदिर सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और शाम 4:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है।
बड़ा गणपति मंदिर
यह मंदिर भी भगवान गणेश को समर्पित है।
यहाँ गणेश जी की बड़ी सी प्रतिमा स्थापित की गई है इसीलिए इसका नाम बड़ा गणपति मंदिर है।
बड़ा गणपति मंदिर इंदौर में मल्हारगंज क्षेत्र में स्थित है। यहाँ गणेश जी की 25 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है।
इस मंदिर का निर्माण 1875 में पंडित नारायण दाधीच द्वारा कराया गया था।
इस मंदिर के निर्माण में जो मिट्टी प्रयोग में लाई गई थी। उसे भारत के सात पवित्र स्थलों अयोध्या, मथुरा, कांची, गया अवंतिका, वाराणसी और द्वारका से लाया गया था।
यह मंदिर सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और शाम 4:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक खुला रहता है।
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लाल बाग पैलेस
लालबाग पैलेस इंदौर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इस पैलेस को देखकर आप होलकर शाही परिवार की जीवन शैली के बारे में काफी कुछ जान सकते हैं।
इस खास महल को लंदन के बकिंघम पैलेस की तर्ज पर बनवाया गया था।
यह पैलेस इंदौर शहर के बाहर खान नदी के तट पर स्थित है।
महल में काँचकी खिड़कियां, झूमर और संगमरमर के स्तंभ महल में आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।
यह महल सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। इसमें प्रवेश शुल्क मात्र ₹10 है।
काँच महल
इस प्रसिद्ध काँच महल को इंदौर के प्रसिद्ध सेठ हुकुमचंद द्वारा 20वीं सदी में बनवाया गया था।
काँच महल जैन धर्म के अनुयायियों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।
मंदिर में काले गोमेद से बनी हुई भगवान महावीर की सुंदर प्रतिमा स्थापित की गई है।
मंदिर की दीवारों, फर्श, छत और खम्भों पर दर्पण लगवाए गए हैं।
जो की मंदिर के आकर्षण का केंद्र है और इसे एक पर्यटक स्थल भी बनाते हैं।
यह तीर्थ स्थल सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 तक और शाम 4:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक खुला रहता है।
गांधी हॉल
इस हाल का निर्माण 1904 में कराया गया था। पहले इसे एडवर्ड हाल के नाम से जाना जाता था।
1948 में उसका नाम गांधी हॉल कर दिया गया।
गांधी हॉल इंदौर के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है।
इस हाल का निर्माण लाल बलुआ पत्थर, संगमरमर और सूतर से कराया गया है।
इस महल में कोई प्रवेश शुल्क नहीं पड़ता है।
सुबह 10:00 बजे से 6:00 बजे तक यह हाल पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
इंदौर कैसे पहुंचे
इंदौर आप बस, ट्रेन, हवाई जहाज या खुद के वाहन से भी पहुंच सकते हैं।
यदि आप हवाई जहाज से इंदौर जाना चाहते हैं तो आपको अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डे पर उतरना पड़ेगा।
जो की इंदौर में स्थित है। इस हवाई अड्डे पर घरेलू उड़ाने उपलब्ध हैं।
इसके अलावा आप अगर ट्रेन से इंदौर जाना चाहते हैं तो इंदौर में इंदौर जंक्शन प्रमुख रेलवे स्टेशन है।
इसके अलावा सड़क मार्ग द्वारा भी इंदौर देश के सभी हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
अतः आप इंदौर, मध्य प्रदेश परिवहन की बसों द्वारा या खुद के वाहन से भी जा सकते हैं।
इंदौर कब जाना चाहिए
यहाँ आप साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं क्योंकि यहाँ साल के 12 महीने मौसम एक जैसा ही रहता है।
इंदौर घूमने का खर्चा
इंदौर घूमने के लिए प्रति व्यक्ति 8000 से 10000 रुपए तक का खर्चा आ सकता है।
यह खर्चा आपका कम या ज्यादा भी हो सकता है। यह आपके रुकने, खाने-पीने और घूमने के साधनों पर निर्भर करेगा।
FAQs
मध्य प्रदेश राज्य में स्थित इंदौर शहर मिनी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है।
कान्ह नदी के किनारे बसा हुआ इंदौर शहर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है।
अपनी संस्कृति, मौसम, सभ्यता और भाषा में मुंबई से सामान्य रखने के कारण इंदौर प्रसिद्ध है। इंदौर मिनी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है।
रजवाड़ा महल या होलकर पैलेस इंदौर का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इसे इंदौर का दिल भी कहा जाता है।
रानीपुरा मार्केट जो रजवाड़ा महल के निकट स्थित है। इंदौर का सबसे अच्छा मार्केट है। साथ ही यह मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा होलसेल का मार्केट भी है।
चमड़ा से बनी वस्तुएं इंदौर का प्रमुख हस्तशिल्प की वस्तुएं है।
आलू कचौड़ी, दाल कचौड़ी और भेलपुरी इंदौर का प्रसिद्ध व्यंजन है।
कमला नेहरू प्राणी उद्यान और पिपलिया पाला रीजनल पार्क इंदौर से प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है।
राजमाता अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डा इंदौर में स्थित है जो देश के प्रमुख हवाई अड्डों में से एक है।
इंदौर आप साल के किसी भी महीने में घूमने जा सकते हैं। क्योंकि इंदौर का मौसम पूरे साल एक जैसा ही रहता है।
इंदौर में घूमने की जगह पर आपने बहुत ही अच्छी जानकारी दी है मै इंदौर घूमने का प्लान बना रहा हौं और आपका ये ब्लॉग पोस्ट मेरे इंदौर घूमने के प्लान में काफी मदद प्रदान किया है इसके लिए आपका धन्यवाद