आइये दोस्तों इस पोस्ट में बात करते हैं केरल में घूमने की जगह (Kerala Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में। केरल दक्षिण भारत का एक खूबसूरत राज्य है जो अपने बीचों और बागों के लिए जाना जाता है।
केरल में बहुत से घूमने के स्थान है (Kerala Me Ghumne Ki Jagah) जो आपके एहसासों को जीवंत बना देंगे।
अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता और संस्कृति के लिए केरल विश्व प्रसिद्ध है। जो लोग घूमने फिरने के शौकीन हैं उनके लिए केरल जन्नत से कम नहीं है।
केरल के बारे में
जो लोग दक्षिण भारत की संस्कृति को पसंद करते हैं और वहां घूमने जाना चाहते हैं।
उनके लिए केरल जन्नत से के समान है। केरल की खूबसूरती को देखने के लिए साल में लाखों लोग देश-विदेश से केरल आते हैं।
दक्षिण-पश्चिमी समुद्र तट से घिरा हुआ केरल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और अनोखी संस्कृति के लिए विश्व विख्यात है।
जंगल सफारी, बोटैनिकल गार्डन प्लांटेशन, झीलें और नदियों की धाराएं केरल में प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं।
अपनी इसी सुंदरता के लिए केरल को भगवान का अपना घर कहा जाता है।
केरल में चारों तरफ नारियल के वृक्ष देखने को मिलेंगे इसीलिए केरल को नारियल की भूमि भी कहा जाता है।
इसके अलावा केरल को त्योहारों के लिए भी जाना जाता है। केरल भारत का सबसे ज्यादा त्यौहार मनाने वाला राज्य भी है।
इन त्योहारों में शामिल होने के लिए भी लोग केरल जाना पसंद करते हैं। केरल भारत का सबसे ज्यादा साक्षर और सबसे कम भृष्ट राज्य है।
केरल में घूमने की जगह | Kerala Me Ghumne Ki Jagah
- मुन्नार
- कोच्चि
- वायनाड
- आलेप्पी
- कोबलम
- तिरुवनंतपुरम
- त्रिसूर
- बेकल
- ठेकड़ी
- कुमारकोम
- कोझिकोड
- पूबर
- पेरियार नेशनल पार्क
- श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर
- देवीकुलम
- बर्कला
- चिन्नार वन्यजीव अभ्यारण्य
- एडक्कल गुफाएं
- हिल पैलेस संग्रहालय
- सांताक्रुज कैथेड्रल
मुन्नार
मुन्नार केरल का एक पहाड़ी इलाका है जो यहाँ का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल भी है।
यहाँ की पहाड़ियों की चोटी पर पहुंचकर आप मुट्ठी में बादलों को समेटने का अनुभव ले सकते हैं।
यह पहाड़ी इलाका अपने चाय उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ के चाय के बागानों को देखने के लिए लोग मुन्नार आते हैं।
चाय के पौधों की सौंधी-सौंधी खुशबू में पर्यटक लीन हो जाते हैं।
मुन्नार में बहुत से पर्यटन स्थल है जिनमें टाटा चाय संग्रहालय, मिसपुलिमला, वालासम पार्क, पोथामेडु व्यू प्वाइंट, लाइफ ऑफ पाई चर्च, अट्टूकल झरने, चेपप्पारा झरने, मट्टूपेटी बाँध, अनमुडी और एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल है।
जहाँ आप टी स्टेट्स में कैम्पिंग और ट्रैकिंग करने के अलावा एराविकुलम नेशनल पार्क में दुर्लभ जंतुओं को भी देख सकते हैं।
मुन्ना का वातावरण भी बहुत सुकून दायक और शांतिपूर्ण है।
मुन्नार पहाड़ी क्षेत्र केरल में घूमने की शानदार जगह (Kerala Me Ghumne Ki Jagah) है।
कोच्चि
कोच्चि केरल का एक खूबसूरत शहर है जिसे अरब सागर की रानी के नाम से भी जाना जाता है।
समुद्र के किनारे स्थित कोच्चि शहर अपनी खूबसूरत समुद्री तटों की वजह से केरल का महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। इसीलिए साल में लाखों लोग केरल कोच्चि घूमने जाते हैं।
एक खूबसूरत पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ कोच्चि एक परंपरागत सांस्कृतिक स्थल और केरल का प्रमुख व्यापारिक केंद्र है।
कोच्चि को केरल की अर्थव्यवस्था में रीड की हड्डी कहा जाता है। यहाँ स्थित कोच्चि बंदरगाह पिछले 600 साल से निरंतर काम कर रहा है।
अपने जंगलों, स्थानीय मसाले की दुकानों और मार्केट प्लेसिस के लिए भी कोच्चि विख्यात है।
कोच्चि में ही भारत का पहला चर्च बनाया गया था। यहाँ कई प्रसिद्ध मंदिर, मस्जिद और चर्च हैं।
कोच्चि चाय के बागानों के लिए भी जाना जाता है।
वायनाड
वायनाड केरल का एक खूबसूरत पर्वतीय इलाका है। जो अक्सर राजनीतिक कारणों से भी चर्चा में रहता है।
वायानाड अपनी खूबसूरत पहाड़ियों, प्राकृतिक सुंदरता, वन्य जीवन में विविधता और अपनी प्राचीन ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है।
मलयालम भाषा में वायनाड का अर्थ होता है धान की भूमि।
खूबसूरत पहाड़ियों और हरे-भरे जंगलों वाला वायनाड केरल का एक शांतिमय इलाका है।
यहाँ लोग कैंपिंग के लिए भी आते हैं। वायनाड में तीन प्राकृतिक संरक्षित क्षेत्र बांधवगढ़ नेशनल पार्क, नागरहोले बायोस्फीयर और पक्षी अभ्यारण हैं।
इसके अलावा वायनाड में कई प्राचीन मंदिर, मस्जिद और गिरजाघर हैं।
वायनाड केरल में घूमने की जगह (Kerala Me Ghumne Ki Jagah) में प्रमुख जगह है।
आलेप्पी
वेनिस ऑफ द ईस्ट के नाम से प्रसिद्ध आलेप्पी केरल का प्रमुख पर्यटन स्थल है।
आले नदी के किनारे स्थित आलेप्पी बैंकवाटर क्रूज और हाउस वोटिंग के लिए विख्यात है।
यहाँ आप हाउस वोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं।
आले नदी में तैरते हुए इन मकानों में आप रात में रुक भी सकते हैं।
बैकवाटर क्रूज की सवारी और हाउस वोटिंग के लिए लाखों लोग साल में केरल की यात्रा करते हैं।
जब ये नौकाएं नारियल के पेड़ों के बीच से होकर गुजरती है तो नजारा बहुत ही खुशनुमा और देखने लायक होता है। अलेप्पी की खूबसूरती और शांतिमय वातावरण के कारण ही यहाँ को केरल का स्वर्ग कहा जाता है।
आप केरल गए और आलेप्पी घूमे बगैर ही वापस आ गए तो आपकी केरल यात्रा अधूरी मानी जाएगी।
आलेप्पी में आप केरल के पारंपरिक व्यंजनों का भी स्वाद चख सकते हैं। यहाँ की आले नदी बोट रेसिंग के लिए भी पर्यटकों के बीच चर्चा में रहती है।
अल्लेप्पी केरल में घूमने के लिए प्रमुख जगह है।
कोवलम
यहाँ के समुद्र तट और शांतिमय वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
नारियल के ऊंचे-ऊंचे पेड़ों से घिरे इस पर्यटन स्थल पर 3 समुद्री तट लाइटहाउस बीच, समुद्री बीच और हवाह बीच हैं।
यहाँ के शांतिमय वातावरण में आप मेडिटेशन और योगा भी कर सकते हैं।
कोवलम में आप केरल के स्वादिष्ट, पारंपरिक व्यंजनों एवं वॉटर स्पोर्ट्स का भी लुत्फ़ ले सकते हैं।
कोवलम केरल का प्रमुख पर्यटन स्थल है जो एक रोमांटिक हनीमून डेस्टिनेशन भी है।
तिरुवनंतपुरम
समुद्र के किनारे बसा हुआ तिरुअनंतपुरम शहर केरल की राजधानी है।
जहाँ इसरो का केंद्र और श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर और कई खूबसूरत बीच है।
तिरुअनंतपुरम भारत के प्रमुख शहरों में से एक है। तिरुअनंतपुरम को अनंत भगवान का शहर भी कहा जाता है। यहाँ का श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर लोगों के बीच आस्था का केंद्र है जो भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है।
केरल का खूबसूरत गांव बली तिरुवनंतपुरम के पास ही स्थित है। अपनी तिरुवनंतपुरम यात्रा के दौरान यहाँ अवश्य जाएं।
त्रिसूर
अपने खूबसूरत समुद्री तटो और झरनों के लिए प्रसिद्ध त्रिसूर को केरल की सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता है। यदि आपके केरल की संस्कृति और शास्त्रीय कला से रूबरू होना चाहते हैं। तो आपको तत्रिसूर अवश्य जाना चाहिए।
त्रिसूर की स्थानीय भाषा में मन्त्रों का उच्चारण सुनकर आप खुद को केरल की संस्कृति से जोड़ पाएंगे।
त्रिसूर में घूमने के लिए बहुत सी जगह हैं जिनमें बडक्कुमंथन क्षेत्रम मंदिर, शकथन थंपुरमपुरम का मकबरा और अथिरापल्ली फॉल्स प्रमुख हैं।
यहाँ स्थित वाडकुंद्राथ मंदिर में प्रतिवर्ष अप्रैल मई महीने पूरब नाम का त्यौहार मनाया जाता है।
जिसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश से पर्यटक त्रिसूर जाते हैं। त्रिसूर में ओणम का त्यौहार भी बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।
अपनी त्रिसूर यात्रा के दौरान यहाँ के झरनों और बीचों को देखना ना भूलें।
त्रिसूर केरल में घूमने की जगह (Kerala Me Ghumne Ki Jagah) में एक बहुत ही खूबसूरत जगह है।
बेकल
केरल के कासरगोड जिले में स्थित बेकल दक्षिण भारत के लोकप्रिय हनीमून डेस्टिनेशन में से एक है।
समुद्र के किनारे स्थित बेकल एक खूबसूरत स्थान है। यहाँ बेकल किला यहाँ के दर्शनीय स्थान में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
इस किले में कई फिल्मों की शूटिंग भी की गई है।
समुद्री हवा सुहावने मौसम और शांतिमय माहौल का आनंद लेने के लिए साल में लाखों लोग बेकल घूमने जाते हैं।
वेकल किले के अलावा अनंतपुर मंदिर, बेकल बीच, मल्लिकार्जुन मंदिर, चंद्रगिरि किला, कम्पिल बीच और पल्लीकेरे बीच यहाँ के प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है।
ठेकड़ी
इडुक्की जिले में स्थित ठेकड़ी केरल का प्रसिद्ध पर्वतीय क्षेत्र है। जो पेरियार वन्यजीव अभ्यारण्य के लिए भी जाना जाता है।
यहाँ आप विलुप्त होते जानवरों और पक्षियों की 200 से भी अधिक दुर्लभ प्रजातियों को देख सकते हैं।
इनमें बाघ, जंगली बिल्ली, नीलगिरी लंगूर और गौर प्रमुख हैं।
हरियाली से भरपूर इस वन क्षेत्र में बहुत सी नदियां बहती हैं। इन नदियों में नाव की सवारी भी उपलब्ध है।
यदि आप वन के बीच में नाव की यात्रा करना चाहते हैं तो आपकी यह इच्छा ठेकड़ी में पूरी हो सकती है।
इसके आलावा आप ठेकड़ी में वोटिंग, राफ्टिंग और ट्रैकिंग भी कर सकते हैं।
मुल्लापेरियार बांध पेरियार, टाइगर ट्रेन, मुद्रा सांस्कृतिक केंद्र, पेरियार झील, दीपा वर्ल्ड स्पाइस सेंटर और आयुर्वैदिक गार्डन, कुमिली और हाथी जंक्शन ठेकड़ी में घूमने की जगह (Thekadi Me Ghumne Ki Jagah)हैं।
ठेकड़ी केरल का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
कुमारकोम
कुमारकोम केरल का खूबसूरत गांव है। जो केरल की दूसरी सबसे बड़ी झील बेम्बनाड झील के किनारे बसा हुआ है।
कुमारकॉम गांव केरल में पर्यटकों का केंद्र है। आकर्षण जल मार्ग, सजी हुई झीलें, नारियल के पेड़, धान के खेत मैंग्रोव जंगल और प्रदूषण रहित हवा कुमारकोम में पर्यटकों के आकर्षण के कारण हैं।
केरल की प्रसिद्ध नौका दौड़ यहीं पर बेम्बनाड झील में होती है।
कोझिकोड
कोझिकोड को कालीकट के नाम से भी जाना जाता है। जो की समुद्र के किनारे स्थित केरल प्रमुख बंदरगाह स्थल है।
केरल के व्यावसायिक शहरों एवं लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक कोझीकोड अपनी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, शैक्षणिक संस्थाओं और पवित्र स्थलों के लिए विश्व विख्यात है।
यहाँ की वास्तुकला डच और ब्रिटिश वास्तुकला से प्रभावित है।
दम बिरयानी, चट्टी पथिरि और दाल हलवा कालीकट के स्वादिष्ट एवं लोकप्रिय व्यंजन है।
कनोली नहर, कप्पड़ बीच, कोझीकोड बीच, तुषारगिरि झरने, पयोली बीच और कोचिप्पारा झरने कोझिकोड में घूमने के प्रमुख स्थल हैं।
पूबर
अरब सागर और नैय्यर नदी के बीच स्थित एक खूबसूरत दर्शनीय आइलैंड है जिस पर पूबर वर्ष शहर बसा हुआ है। पूबर को फिशिंग विलेज भी कहा जाता है क्योंकि पर्यटकों के बीच यह स्थान फिशिंग के लिए प्रसिद्ध है।
दूर-दूर तक फैली सुनहरी रेत में आप ऊंट की सवारी का भी आनंद ले सकते हैं।
यह स्थान शांतिप्रिय लोगों के लिए केरल में घूमने की जगह में से एक है। शाम के समय यहाँ सूर्यास्त का नजारा भी देखने लायक होता है।
पेरियार नेशनल पार्क
केरल राज्य में स्थित पेरियार नेशनल पार्क भारत का प्रमुख टाइगर रिजर्व है।
हरे-भरे पेड़-पौधों से घिरा हुआ यह जंगल केरल का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
इस नेशनल पार्क में 600 साल पुरानी मानव निर्मित झील है। जिसमें आपवोट बोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं। प्राकृतिक प्रेमियों के लिए पेरियार नेशनल पार्क केरल में प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है।
इस पार्क में बहुत से प्राणियों का निवास स्थान है। जिनमें हाथी, जंगली सूअर, जंगली कुत्ते, लंगूर, हिरण, टाइगर और सांभर प्रमुख है।
इन जानवरों को देखने के लिए जीप सफारी और वोट क्रूज की सुविधा भी उपलब्ध है।
श्रीपद्मनाभ स्वामी मंदिर
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
जो दुनिया के सबसे पुराने और अमीर मंदिरों में गिना जाता है। इस मंदिर की वास्तुकला को देखकर लोग स्तब्ध रहे जाते हैं।
यहाँ प्रतिवर्ष अक्टूबर-नवंबर और मार्च-अप्रैल में कुछ विशेष त्योहारों का आयोजन होता है। इन उत्सवों पर यहाँ श्रद्धालुओं की भारी भरकम भीड़ होती है।
श्रीपद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल में घूमने की जगह (Kerala Me Ghumne Ki Jagah) में प्रमुख जगह है।
देवीकुलम
यह केरल का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो मुन्नार के निकट स्थित है।
यहाँ पहाड़ियों में बाइक चलाने का अलग ही मजा है। देवीकुलम में हरे-भरे मसाले और चाय के बागान भी हैं।
जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी हैं।
इसके अलावा यहाँ झरने और झीलें भी हैं। जहाँ पर्यटक मौज मस्ती कर सकते हैं।
यहाँ पर्यटकों के ठहरने के लिए होटल और रिज़ॉर्ट की सुविधा भी है।
वर्कला
यह केरल का एक खूबसूरत समुद्री इलाका है। जिसके एक तरफ चट्टानें और दूसरी तरफ अरब सागर का नीला जल है।
वर्कला एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए विख्यात है। यहाँ जल रोमांच के शौकीन नाव की सवारी, सर्फिंग, पैरासेलिंग, वोटिंग और घुड़सवारी का आनंद लेते हैं।
सूर्यास्त के समय वर्कला की खूबसूरती देखने के लायक होती है।
इस खूबसूरत स्थान पर कई प्राचीन हिंदू मंदिर भी है।
इनमें जर्दना स्वामी मंदिर, विष्णु मंदिर और शिवगिरी मठ प्रमुख हैं।
चिन्नार वन्यजीव अभ्यारण्य
केरल तमिलनाडु की सीमा पर स्थित यह वन्य जीव अभ्यारण जानवरों की खास प्रजातियों के लिए जाना जाता है। यहाँ हाथी, जंगली सूअर, धब्बेदार हिरण, सांभर, गौर और मोर की विशेष प्रजातियों को देखा जा सकता है।
इसके अलावा यहाँ सफेद भैंसा, शेर और चीते भी देखने को मिलते हैं। जो यहाँ के प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं।
यहाँ पर्यटकों के लिए ट्रैकिंग, जंगल सफारी और वॉटरफॉल सफारी की सुविधा भी उपलब्ध है।
चिन्नार वन्यजीव अभ्यारण्य केरल में घूमने की जगह (Kerala Me Ghumne Ki Jagah) में एक प्रमुख जगह है।
एडक्कल गुफाएं
केरल के वायनाड जिले में एडक्कल नामक स्थान पर स्थित ये दो गुफाएं पाषाणयुगीन हैं।
जो दक्षिण भारत के प्रागैतिहासिक काल का एकमात्र साक्ष्य हैं।
इन गुफाओं में बनी कलाकृतियां 6000 ईसा पूर्व की मानी जाती हैं।
इन गुफाओं को देखने के लिए साल में लाखों लोग एडक्कल घूमने जाते हैं।
हिल पैलेस संग्रहालय
कोच्चि में स्थित यह पैलेस यहाँ के शासको का निवास स्थान हुआ करता था।
जो अब एक म्यूजियम में बदल दिया गया है। 1865 में निर्मित यह भवन केरल का पहला हेरीटेज म्यूजियम है।
यहाँ आपको ऑयल पेंटिंग, भित्तिचित्र मूर्तियां, पांडुलिपि और कोच्चि राज दरबार से जुड़ी बहुत सी वस्तुएं देखने को मिलेंगी।
यहाँ एक समकालीन कला को समर्पित गैलरी भी है। यहाँ पर रखे ऐतिहासिक अवशेष कोच्चि के गौरव को दिखाते हैं।
कोच्चि का यह खूबसूरत संग्रहालय केरल में घूमने की शानदार जगह है।
सांता क्रूज कैथेड्रल
पुर्तगाली वास्तु कला में बना यह चर्च 1505 में बनकर तैयार हुआ था।
कोचिंग में स्थित सांताक्रुज कैथेड्रल चर्च भारत का प्रमुख चर्च है। जिसे 1984 में बेसिलिका का दर्जा दिया गया था। इसकी खूबसूरती को देखने के लिए साल भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है।
सांताक्रुज कैथेड्रल कोच्चि में धार्मिक स्थान के साथ-साथ ऐतिहासिक महत्व का भी केंद्र है।
यह ऐतिहासिक चर्च कई बार क्षतिग्रस्त भी किया गया। लेकिन समय-समय पर इसकी मरम्मत कराई जाती रही। सांताक्रुज कैथेड्रल चर्च केरल में एक दर्शनीय स्थल है।
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केरल कैसे पहुंचे
केरल वायुमार्ग, रेल मार्ग, सड़क मार्ग यानी यातायात के तीनों प्रमुख माध्यमों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
इसके अलावा केरल मेंकिन केरल की नदियों में नौकाओं और जहाजों का सञ्चालन यहाँ के स्थानीय आवागमन के लिए भी होता है।
कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, तिरुअनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा केरल के प्रमुख हवाई अड्डे हैं जो देश के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं।
यहाँ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का भी आवागमन होता है।
रेल मार्ग की बात करें तो केरल में त्रिवेंद्रम सेंट्रल रेलवे स्टेशन, एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन, कोल्लम जंक्शन, कोच्चि जंक्शन और पडक्कल रेलवे स्टेशन केरल के प्रमुख रेलवे स्टेशन है।
जो केरल को देश के सभी हिस्सों से रेल मार्ग के माध्यम से जोड़ते हैं।
यहाँ केरल में सड़कों का जाल भी अच्छे से बिछा हुआ है जिनके माध्यम से आप केरल राज्य परिवहन की बसों से या अपनी निजी वाहन से अपने मनपसंद पर्यटन स्थल तक जा सकते हैं।
केरल कब जाना चाहिए
केरल प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ त्योहारों और मंदिरों के लिए भी जाना जाता है.
इन मंदिरों पर समय-समय पर विशेष त्योहारों का आयोजन होता है।
वैसे तो आप केरल साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं लेकिन यहाँ इन विशेष त्योहारों में शामिल होने के लिए आपको अपने पसंदीदा त्योहार के समय ही केरल जाना चाहिए।
यहाँ के त्योहारों में शामिल होकर आप केरल की संस्कृति से भी परिचित हो सकते हैं।
केरल में घूमने का खर्चा
वैसे तो यह अंदाजा लगा पाना मुश्किल है कि केरल में घूमने के का कितना खर्चा होगा।
क्योंकि केरल प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक माहौल वाले केरल राज्य में पर्यटकों के लिए सैकड़ो पर्यटन स्थल हैं।
आपका खर्चा इन स्थलों पर आने-जाने, रुकने, खाने-पीने और घूमने के साधनों पर निर्भर करेगा।
लेकिन फिर भीकेरल जाने के लिए प्रति व्यक्ति कम से कम ₹30000 का खर्चा आ सकता है।
FAQs
कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, तिरुअनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा केरल में स्थित प्रमुख हवाई अड्डे हैं। जहाँ भारत के सभी शहरों के लिए उड़ानों का संचालन होता है।
इडली, डोसा, सांभर तथा चावल और नारियल से बनी रेसिपी केरल के प्रमुख व्यंजन है। साथ ही यहाँ की सभ्यता के अनुसार केले के पत्ते पर परोसकर भोजन खिलाया जाता है। जो इन व्यंजनों को और भी खास बनाता है।
अपने खूबसूरत समुद्र तटीय किनारे, पर्वतीय क्षेत्र घने जंगलों और अपनी खूबसूरत संस्कृति के साथ-साथ केरल अपने सांस्कृतिक पर्वों और त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है।
मुन्नार, एल्लेप्पी, कोच्चि, कोबलम, ठेकड़ी, कुमारकोम, वर्कला और त्रिभूवनंतपुरम केरल के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में केरल में घूमने की जगह के बारे में बताया गया है साथ यह भी बताया गया कि केरल कब जाना चाहिए, केरल कैसे पहुंच सकते हैं और केरल में घूमने का कितना खर्चा होगा।
यह जानकारी इंटरनेट पर पहले से उपलब्ध जानकारी को सत्यापित करके एक जगह प्रकाशित करने का प्रयास है। आशा करता हूं कि आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी।
अगर आपको इस पोस्ट में कोई कमी लगे या कोई सुझाव हो तो कमेंट करके अवश्य बताइएगा।
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