हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर की नींव भगवान ब्रह्मा द्वारा रखी गई थी। यह मंदिर पूर्ण रूप से भगवान शिव को समर्पित है।
श्री कालभैरव मंदिर
मंदिर की प्रतिमा के मुख में ना कोई छिद्र है फिर भी प्रतिमा मदिरापान करती है। पुजारी भगवान के मुख से मदिरा का पात्र लगाते हैं और देखते ही देखते पात्र खाली होने लगता है।
हरसिद्धि माता मंदिर
इस स्थान पर सती के शरीर का एक अंग कोहनी गिरी थी। इसीलिए यह मंदिर हिंदू धर्म के 51 से शक्तिपीठों में से एक है।
गोपाल मंदिर
इस मंदिर का गर्भ ग्रह संगमरमर से निर्मित है जबकि दरवाजा को चांदी से मड़वाया गया है। यह महाकालेश्वर मंदिर के बाद उज्जैन का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है।
चिंतामन गणेश मंदिर
यह मंदिर भगवान शिव के पुत्र भगवान गणेश को समर्पित है। यहाँ भगवान गणेश चिंतामन, इच्छामन और सिद्धिविनायक तीन रूपों में विराजमान है।
Indore Me Ghumne Ki Jagah | इंदौर में घूमने की जगह