दोस्तों इस पोस्ट में मैं आप लोगों को अजमेर में घूमने की जगह(Ajmer Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में बताऊंगा।
अजमेर को राजस्थान का हृदय कहा जाता है। और यहाँ बहुत से पर्यटन स्थल और तीर्थ स्थल है।
जिनके बारे में आइये जानते हैं।
अजमेर के बारे में(About Ajmer)
आनासागर झील और अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ। एक खूबसूरत शहर है जिसका नाम अजमेर है।
यहाँ घूमने के लिए बहुत से पर्यटन स्थल और तीर्थ स्थल हैं।
यह शहर राजस्थान की राजधानी जयपुर से 130 किलोमीटर और पुष्कर से 14 किलोमीटर की दूरी पर है।
अजमेर सभी धर्मो के लिए पवित्र स्थान है।
मुसलमानों की प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह यहीं पर है।
इस दरगाह को गरीब नवाज की दरगाह भी कहा जाता है।
इस पवित्र दरगाह के कारण अजमेर को भारत का मक्का कहा जाता है।
इसके अलावा यहाँ पर और भी पर्यटन स्थल और तीर्थ स्थल है.
अजमेर में घूमने की जगह(Ajmer Me Ghumne Ki Jagah)
अगर आपने अजमेर घूमने का मन बना लिया है तो बता दें।
अजमेर में घूमने की बहुत सी जगह(Ajmer Me Ghumne Ki Jagah) है जो निम्नवत है –
- ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह
- अढाई दिन का झोपड़ा
- नारेली जैन मंदिर
- फॉय सागर झील
- अजमेर सरकारी संग्रहालय
- आना सागर झील
- तारागढ़ किला
- सोनीजी की नसिया
- पृथ्वीराज स्मारक
- अकबर पैलेस एंड म्यूजियम
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह
इसे अजमेर शरीफ की दरगाह भी कहा जाता है।
यह दरगाह न सिर्फ मुसलमान के लिए बल्कि हर धर्म के लोगों के लिए पवित्र मानी जाती है।
इसीलिए इस स्थान को भारत का मक्का कहा जाता है।
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेर में घूमने की खूबसूरत जगह(Ajmer Mein Ghumne Ki Jagah) है।
यह राजस्थान का सबसे लोकप्रिय तीर्थ स्थल है।
यह महान सूफी संत रहे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का विश्राम स्थल है
संत चिश्ती ने अपना जीवन दलितों और पिछड़ों के उत्थान में समर्पित कर दिया था।
इस मजार का निर्माण कार्य मुगल वंश के शासको द्वारा करवाया गया था।
अतः यहाँ मुग़ल वास्तुकला की झलक देखने को मिलती है।
इस मजार में बहुत से घटक है जैसे निजाम गेट, औलिया मस्जिद, दरगाह श्राइन, बुलंद दरवाजा, जमा मस्जिद, महफिलखान और बहुत से प्रतिष्ठान है।
अढाई दिन का झोपड़ा
अजमेर में स्थित अढ़ाई दिन का झोपड़ा एक मस्जिद है।
जो पहले संस्कृत विद्यापीठ हुआ करता था।
मोहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज चौहान को हराने के बाद इस पर कब्जा कर लिया था।
फिर कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे मस्जिद का रूप दे दिया।
कहा जाता है कि इस मस्जिद को बनने में मात्र ढाई दिन का समय लगा था।
इसीलिए इसका नाम अढ़ाई दिन का झोपड़ा है।
अगर आप इस खूबसूरत मस्जिद को देखने जा रहे हैं तो फोटोग्राफी बिल्कुल ना भूलिएगा।
नारेली जैन मंदिर
यह मंदिर जैन धर्म के दिगंबर समुदाय के लोगों का पवित्र स्थल है।
जो अजमेर से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
नारेली का जैन मंदिर संगमरमर से बना हुआ हैऔर इसकी सुंदर वास्तुकला और जटिल नक्कासी के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बना हुआ है।
चारों तरफ से बगीचों से घिरा हुआ यह जैन मंदिर पूरी तरह से पत्थर से बना हुआ है।
जहाँ पर गुरु आदिनाथ की 22 फीट ऊँची मूर्ति है।
इसके अलावा यहाँ पर अन्य तीर्थंकरों के भी लघु मंदिर बने हुए हैं।
यह मंदिर अपनी वास्तुकला के कारण राजस्थान के सबसे सुंदर मंदिरों में से एक है।
फॉय सागर झील
मानव निर्मित झील अजमेर के पश्चिम में स्थित है जो अजमेर का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
इसका निर्माण अंग्रेज वास्तुकार मिस्टर फॉय द्वारा अजमेर में सूखे की समस्या को खत्म करने के लिए 1892 में कराया गया था।
इसीलिए इस झील का नाम फॉय सागर झील पड़ा।
यह झील अजमेर का पानी का एक प्रमुख स्रोत है।
साथ ही एक प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट भी है। यहाँ साल में बहुत से लोग आते हैं।
इस झील की क्षमता 15 मिलियन क्यूबिक फीट है।
अजमेर सरकारी संग्रहालय
इस संग्रहालय को पुरातत्व विभाग द्वारा बनवाया गया है।
यह संग्रहालय अजमेर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
यहाँ आपको मध्यकालीन हथियार जो युद्ध में प्रयोग किये गए थे देखने को मिलेंगे।
इसके अलावा देवी देवताओं की खुदाई की गई मूर्तियां भी देखने को मिलेंगी।
जब भी आप अजमेर जाएं यहाँ अवश्य जाएं और बच्चों को भी घुमाएं।
तारागढ़ किला
इसे 1354 में बनवाया गया था।
यह किला अपनी प्रभावशाली संरचना के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है।
तारागढ़ किला वास्तुकला का शानदार और अद्भुत नमूना पेश करता है।
इसका इस्तेमाल सैन्य गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता था।
लेकिन अब अजमेर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बन चुका है।
आना सागर झील
यह भी अजमेर की एक मानव निर्मित झील है।
इस झील का निर्माण चौहान वंश के शासक आनाजी चौहान द्वारा करवाया गया था।
इसीलिए इसका नाम आना सागर झील है।
समय-समय पर यहाँ कई छोटे-छोटे मंदिरों का निर्माण कराया गया।
जिससे यहाँ का वातावरण और भी रमणीय हो जाता है।
और इसे अजमेर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनाते हैं।
यदि आप अजमेर में हैं तो यहाँ समय बिताना बिल्कुल मत भूलिएगा।
सोनी जी नसियां
यह भी दिगम्बरों का मंदिर है जो अजमेर के पृथ्वीराज मार्ग पर स्थित है।
इसे लाल मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है।
लेकिन यह मंदिर सोनी जी की नसियां के नाम से प्रसिद्ध है।
इस खूबसूरत मंदिर का निर्माण 19 वीं सदी में करवाया गया था।
यहाँ की सोने की लकड़ी पर जैन धर्म से जुड़ी आकृतियां उकेरी गई हैं।
जो इसे और भी सुंदर बनाते हैं।
यहाँ दूर-दूर से लोग आते हैं और यहाँ जैन धर्म के अनुयायियों की कतारें लगती हैं।
पृथ्वीराज स्मारक
तारागढ़ मार्ग पर स्थित यह स्मारक चौहान वंश की शान रहे महाराजा पृथ्वीराज चौहान की याद में बनवाया गया है।
यहाँ पृथ्वीराज चौहान की मूर्ति हाथ में तलवार लिए घोड़े पर बैठकर युद्ध करते हुए बनाई गई है।
जो कि संगमरमर पत्थर से बनी हुई है।
12+ देहरादून में घूमने की जगह(Dehradun Me Ghumne Ki Jagah)
10+मनाली में घूमने की जगह (Manali Me Ghumne Ki Jagah)
10+ शिमला में घूमने की बेहतरीन जगह (Shimla Me Ghumne Ki Jagah)
यदि आप इतिहास प्रेमी है तो आपके यहाँ अवश्य जाना चाहिए।
अकबर का किला और संग्रहालय
इस महल और संग्रहालय का निर्माण 1570 ईस्वी में करवाया गया था।
यहाँ बादशाह अकबर के सैनिक अजमेर में रुकते थे।
आप यहाँ पर राजपूत और मुगलों की युद्ध शैली के हथियारों को प्रदर्शित किया जाता है।
यहाँ पर काली माता की संगमरमर की मूर्ति भी स्थापित की गई है।
इसीलिए यह अजमेर का एक लोकप्रिय स्थल बना हुआ है।
अजमेर कैसे जाएं (Ajmer Kaise Jaye)
अजमेर राजस्थान का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है
जहां आप बस ट्रेन हवाई जहाज या खुद के वाहन से भी जा सकते हैं।
यहाँ का सबसे निकटतम हवाई सांगानेर हवाई अड्डा है।
जो देश के सभी हवाई अड्डों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
इस शहर का सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन अजमेर जंक्शन रेलवे स्टेशन है।
और सड़क मार्ग से भी अजमेर देश के बाकी शहरों से जुड़ा हुआ है।
यहाँ राजस्थान परिवहन की बसों से भी आप आ जा सकते हैं।
अजमेर कब जाएं (Ajmer Kab Jaye)
अजमेर जाने के लिए उचित समय अक्टूबर से मार्च का होता है।
क्योंकि इस समय यहाँ का मौसम साफ और सुहावना रहता है।
अप्रैल से जून तक यहाँ भीषण गर्मी पड़ती है और मानसून के समय भी यहाँ जाने से बचना चाहिए।
अजमेर घूमने का खर्चा (Ajmer Ghumne Ka Kharcha)
अजमेर घूमने का प्रति व्यक्ति खर्च 8000 से ₹12000 तक आ सकता है।
यह काम या ज्यादा भी हो सकता है।
यह खर्चा आपके खाने-पीने, रुकने और घूमने के साधनों पर निर्भर करेगा।
FAQs
राजस्थान राज्य में स्थित अजमेर प्राचीन काल में चौहान वंश की राजधानी हुआ करती थी।
इस्लाम धर्म की सबसे पवित्र मजार ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह अजमेर में स्थित है। इसीलिए इस पवित्र मजार की वजह से अजमेर भारत के मक्का के रूप में प्रसिद्ध है।
अगर पर्यटन स्थलों की बात की जाए तो अजमेर में बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं। जिनमें ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, अढ़ाई दिन का झोपड़ा, नरैनी जैन मंदिर, फॉय सागर झील, तारागढ़ किला, आना सागर झील और पृथ्वीराज स्मारक अजमेर के प्रमुख पर्यटन स्थल है।
अढ़ाई दिन का झोपड़ा, तारागढ़ किला, अजमेर संग्रहालय, सोनी जी की नसियां, अकबर किला और संग्रहालय और पृथ्वीराज स्मारक अजमेर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहर हैं।
तारागढ़ किला अजमेर का सबसे प्रसिद्ध किला माना जाता है जो अपनी शानदार वास्तुकला और प्रभावशाली संरचना के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। तारागढ़ किला अजमेर में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
प्राचीन काल में अजमेर चौहान वंश की राजधानी था। यहाँ के सबसे प्रसिद्ध राजा पृथ्वीराज चौहान हुए।
सांगानेर हवाई अड्डा अजमेर का निकटतम हवाई अड्डा है।
अक्टूबर से मार्च का समय अजमेर घूमने के लिए सबसे अच्छा होता है क्योंकि इस समय अजमेर का मौसम सुहावना रहता है।
कड़ी कचौड़ी, कड़ी समोसा, प्याज की कचौड़ी और दाल अजमेर के प्रसिद्ध व्यंजन हैं।
अजमेर जंक्शन अजमेर का प्रसिद्ध रेलवे प्रमुख रेलवे स्टेशन है। जो देश के सभी शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
3 thoughts on “10+ अजमेर में घूमने की Top जगह | Ajmer Me Ghumne Ki Jagah”